इंडिया न्यूज़ (दिल्ली): न्यूज ब्रॉडकास्टर्स फेडरेशन (NBF) नेशनल कॉन्क्लेव शीर्ष अखिल भारतीय टेलीविजन समाचार संगठनों और डिजिटल प्रकाशकों का सबसे बड़ा और सबसे लोकतांत्रिक उद्योग निकाय आज सबसे बड़े और मोस्ट अवेटेड न्यूज इवेंट की मेजबानी कर रहा है। इस आयोजन का पहला एडिशन ‘फ्यूचर ऑफ न्यूज’ विषय पर केंद्रित है। इस कार्यक्रम में पूर्व उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने शिरकत की और एनबीएफ को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने ‘लोकतंत्र- और उसके चौथे स्तंभ’ विषय पर बात की।

पूर्व उपराष्ट्रपति ने मातृभाषा के महत्व पर दिया जोर

लोगों के प्रति बड़ी सेवा कर अपना योगदान दे रहे हैं। मातृभाषा दृष्टि की तरह है। अंग्रेजी चश्मे की तरह है। अगर आपके पास दृष्टि है, तो चश्मा काम करेगा। अगर आपके पास दृष्टि नहीं है, तो चश्मा भी काम नहीं करेगा।”

राज्यसभा सांसद कार्तिकेय शर्मा के साथ वेंकैया नायडू.

न्यूज और व्यूज को अलग-अलग रखने पर जोर देते हुए वेंकैया नायडू ने कहा, “पुष्टि के साथ जानकारी देना बेहद महत्वपूर्ण है। लेकिन आप बस लोगों को सूचित करके इसकी हेडलाइन बना देते है और छोड़ देते हैं, जो ठीक नहीं है।”

वेंकैया नायडू ने प्रतिनिधित्व पर दिया जोर

पूर्व उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने आगे कहा, “मीडिया को बहस करनी चाहिए और प्रतिवाद भी करना चाहिए। मीडिया को सच्चाई के पक्ष में होना चाहिए, आवाजहीनों को आवाज देनी चाहिए। 50 प्रतिशत लोग महिलाएं हैं। उनकी चिंताओं, विचारों और मुद्दों को उजागर किया जाना चाहिए।”

राज्यसभा सांसद कार्तिकेय शर्मा के साथ वेंकैया नायडू.

वेंकैया नायडू ने COVID-19 संकट के दौरान मीडिया की भूमिका की सराहना की। एनबीएफ (NBF National Conclave 2022) के मौके पर उन्होंने कहा, “कोविड -19 के दौरान मीडिया ने एक अहम और बड़ी भूमिका निभाई। मीडियाकर्मी मेडिकल से संबंधित हर जानकारी लोगों तक पहुंचाने में सक्षम रहे।”

वेंकैया नायडू ने कहा कि “अलग भाषा अलग भेष फिर भी अपना देश एक है। अनेकता में एकता ही भारत की विशेषता है।” बता दें कि न्यूज ब्रॉडकास्ट फेडरेशन (NBF) में कई दिग्गज नेता शामिल होंगे। जिनमें पूर्व उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू के अलावा चुनावी रणनीतिकार के नाम से मशहूर प्रशांत किशोर, बार्क के चेयरमैन शशि सिन्हा, केंद्रीय MoS जितेंद्र सिंह, केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी, असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा समेत तमाम नेता शिरकत करेंगे।