(दिल्ली) : तुर्की और सीरिया में विनाशकारी भूकंप की वजह से अब तक चार हजार से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। भूकंप की वजह से जमींदोज हो चुकी इमारतों के मलबे से अभी भी लाशों को निकलने का सिलसिला जारी है। कुदरती कहरके बाद यहां के हालात बद से बदतर हो चुके हैं। बता दें, तुर्की में सोमवार (6 फरवरी 2023) को आए विनाशकारी भूकंप के बाद राहत और बचाव कार्यों के लिए भारत ने भी हाथ बढ़ाए हैं। वसुधैव कुटुंबकम की नीति के तहत भारतीय वायुसेना का विमान C- 17 बचाव दल और राहत सामग्री के साथ तुर्की के लिए रवाना हो चुका है। भारत की और से भेजे गए इस बचाव दल में NDRF की टीम भी मौजूद है।

पीएम मोदी ने दिया हर संभव मदद का ऐलान

बता दें, तुर्की और सीरिया को अपार क्षति पहुंचाने वाले भूकंप की सुचना मिलने के कुछ ही देर बाद भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पीड़ित देशों को हर सम्भव मदद देने का ऐलान किया। इस ऐलान के बाद पहली खेप के तौर पर भारतीय वायुसेना का C-17 विमान सोमवार की रात (6 फरवरी 2023) को NDRF टीम के साथ तुर्की रवाना हो गया। विमान के कुछ ही समय बाद तुर्की पहुंचने की संभावना है। मालूम हो, इस विमान में खोजी कुत्तों, मेडिकल सामानों के साथ लोगों को मलबे से निकालने में काम आने वाली मशीनें भी मौजूद हैं। वहीं भारत की और से मदद भेजे जाने पर भारतीय वायुसेना का कहना है कि ये खेप बड़े स्तर पर भेजे जाने के लिए प्रस्तावित मदद का एक हिस्सा है। वायुसेना के अनुसार इस बचाव अभियान को भारत के कई विभाग सामूहिक रूप से मिलकर पूरा कर रहे हैं।

तेजी से बढ़ रहा मौतों का आंकड़ा

बता दें, तुर्की-सीरिया में भूकंप से अब तक 4,365 लोगों की जान जा चुकी है। वहीं घायलों की संख्या 15 , 000 तक बताई जा रही है। बड़ी संख्या में लोग अभी भी लापता बताए जा रहे है। विनाशकारी भूकंप की वजह से 5,600 से ज्यादा इमारतें जमींदोज हो चुकी है। इस प्राकृतिक आपदा से अकेले तुर्की में अब तक 2,921 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। इस भूकंप की वजह से तुर्की में 11000 से ज्यादा लोग घायल बताए जा रहे हैं। इसके अलावा सीरिया में भी मौत का आंकड़ा 1000 पार पहुंच चुका है। तुर्की के राष्ट्रपति रेचेप तैय्यप अर्दोगन ने देश के लोगों को संबोधित करते हुए आपातकाल लागू किया साथ ही 7 दिन के राष्ट्रीय शोक का ऐलान किया है।

वहीं, राहत और बचाव कार्यों में भूकंप के लगातार आ रहे झटक भी बाधा डाल रहे हैं। तुर्की और सीरिया में अब तक कुल 77 झटके आने की जानकारी मिल रही है। इसमें रिक्टर स्केल पर 6 से 7.5 के बीच तीव्रता वाले झटके भी शामिल हैं।