इंडिया न्यूज़ (दिल्ली, Y categoray security provided to Delhi police officers who probe Sidhu Moosewala murder): रैपर सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड को सुलझाने में शामिल दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल के 12 अधिकारियों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है और उन्हें वाई श्रेणी की सुरक्षा दी गई है।
दिल्ली पुलिस ने कहा, “जिन अधिकारियों की सुरक्षा बढ़ाई गई है उनमें में विशेष सीपी एचजीएस धालीवाल, डीसीपी स्पेशल सेल मनीषी चंद्रा, डीसीपी राजीव रंजन, एसीपी ललित नेगी, एसीपी हृदय भूषण, एसीपी वेद प्रकाश, एसीपी राहुल विक्रम, इंस्पेक्टर रवींद्र जोशी, इंस्पेक्टर सुनील कुमार, इंस्पेक्टर विक्रम दहिया, इंस्पेक्टर निशांत दहिया, इंस्पेक्टर विनोद कुमार शामिल हैं।”
अधिकारियों को दी गई थी धमकी
29 मई को हुए सिद्धू मूसेवाला में सुलझाने में इन अधिकारियों की अहम भूमिका रहेगी। खबरों के मुताबिक, यह कदम पंजाब के गैंगस्टर हरविंदर रिंदा के सहयोगी लखबीर लंदा द्वारा सोशल मीडिया पर दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल के अधिकारियों को धमकी देने के बाद उठाया गया है।
लांडा ने चेतावनी दी कि स्पेशल सेल का कोई भी अधिकारी पंजाब में न घुसे। सिद्धू मूसेवाला के नाम से मशहूर पंजाबी गायक शुभदीप सिंह सिद्धू की इस साल 29 मई को पंजाब में मनसा जिले के जवाहरके गांव में अज्ञात हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी।
यह घटना पंजाब पुलिस द्वारा मूसेवाला सहित 424 लोगों का सुरक्षा कवर वापस लेने के दो दिन बाद हुई। कनाडा स्थित गैंगस्टर गोल्डी बराड़ ने कथित तौर पर एक फेसबुक पोस्ट में पंजाबी गायक की हत्या की जिम्मेदारी ली थी।
कैसी होती है वाई श्रेणी की सुरक्षा
वाई श्रेणी की सुरक्षा दो तरफ की होती है.
सिर्फ वाई श्रेणी में कुल 11 सुरक्षाकर्मी शामिल होते हैं। जिसमें दो पीएसओ (निजी सुरक्षागार्ड) भी होते हैं। इस श्रेणी में कोई कमांडो नहीं तैनात होता है।
दूसरी, वाई प्लस श्रेणी होती है इसमें 11 सुरक्षाकर्मी मिले होते हैं। इनमें 1 या 2 कमांडो और 2 पीएसओ भी शामिल होते है।
दिल्ली पुलिस के अधिकारियों को जो सुरक्षा मिली है उसमे एक कमांडो भी उनके साथ तैनात रहेंगे। लिहाजा यह वाई प्लस श्रेणी में आती है।