India News (इंडिया न्यूज), Difference Between Militant And Terrorist: जहां एक ओर पहलगाम आतंकी हमले की पूरी दुनिया निंदा कर रही है। पूरी दुनिया में पाकिस्तान की थू-थू हो रही है वहीं दूसरी ओर अमेरिकी मीडिया दुष्प्रचार फैलाने में व्यस्त है। इसे लेकर अमेरिका में ही विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। रिपब्लिकन पार्टी के नेतृत्व वाली विदेश मामलों की समिति ने गुरुवार को अमेरिकी अखबार को कड़ी फटकार लगाई है।
बता दें कि 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले की कवरेज में अमेरिकी अखबार ने अपने हेडिंग में आतंकवादी की जगह चरमपंथी शब्द का प्रयोग किया है। इसी बहाने चलिए आपको बताते हैं कि आखिर आतंकवादी और चरमपंथी में क्या अंतर होता है।
आतंकवादी कौन होते हैं?
बता दें कि आतंकवाद का मतलब हम इस बात से साफ तौर पर समझ सकते हैं कि आतंक का मतलब है डराना या डराना। जो लोग अपने जायज या नाजायज मकसद को पूरा करने के लिए हिंसा या आतंक का सहारा लेते हैं। आतंकवादी किसी देश या सरकार पर अपने मकसद को पूरा करने के लिए हिंसा करके दबाव बनाने की कोशिश करते हैं।
वे धार्मिक, राजनीतिक या वैश्विक उद्देश्यों के जरिए हिंसा फैलाते हैं। इसका मुख्य लक्ष्य लोगों में डर फैलाना होता है। इनका मुख्य उद्देश्य डर और आतंक फैलाकर राजनीतिक या धार्मिक एजेंडा लागू करना होता है। इन लोगों की धार्मिक या राजनीतिक विचारधारा कट्टर किस्म की होती है।
चरमपंथी कौन होते हैं?
चरमपंथ का सीधा सा मतलब है अपने लक्ष्य को पाने के लिए हिंसा का सहारा लेना। वे किसी खास राजनीतिक, धार्मिक या सामाजिक उद्देश्य के लिए हिंसा का सहारा लेते हैं। उनका उद्देश्य किसी खास जगह पर अलगाववाद, जातीय या धार्मिक वर्चस्व स्थापित करना होता है। चरमपंथी जातीय या राजनीतिक आंदोलनों के समर्थक होते हैं। वे मानते हैं कि उनका उद्देश्य सही है, भले ही इसके लिए उन्हें हिंसा का सहारा क्यों न लेना पड़े। उनका मुख्य उद्देश्य अपनी जाति, समूह या समुदाय के लिए एक अलग पहचान या स्वतंत्रता प्राप्त करना होता है। उनमें से कुछ आतंकवादी बन जाते हैं।