इंडिया न्यूज़ (दिल्ली):राज्यसभा के 19 सांसदों को सदन को बाधित करने के आरोप में इस हफ्ते के लिए निलंबित कर दिया गया है,राज्यसभा में नेता सदन पीयूष गोयल ने कहा की राज्यसभा से विपक्षी सांसदों को निलंबित करने का निर्णय भारी मन से लिया गया,वे अध्यक्ष की अपीलों को नजरअंदाज करते रहे,वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के कोरोना से ठीक होने और संसद में लौटने के बाद सरकार महंगाई पर बहस के लिए तैयार है.

विपक्ष मांग कर रहा था की पेट्रोल और जीएसटी में बढ़ोतरी पर चर्चा नियम 267 (राज्य सभा में प्रक्रिया और कार्य संचालन के नियम) के तहत हो,इस नियम के तहत दिन के सूचीबद्ध कार्य को निलंबित कर उठाए जा रहे मुद्दे पर चर्चा की जाती है.

इस से पहले लोकसभा में कांग्रेस के चार सांसदों को 12 अगस्त को समाप्त होने वाले पूरे मानसून सत्र के लिए निलंबित कर दिया था,इन सांसदों ने स्पीकर ओम बिड़ला की चेतावनी को नज़रअंदाज़ करते हुए सदन में तख्तियां लहराई थी,तृणमूल नेता डेरेक ओ ब्रायन ने इस निलंबन पर कहा की “इस सरकार ने लोकतंत्र को निलंबित कर दिया है”

जिन सांसदों को राज्यसभा से निलंबित किया गया है,उनमे निम्नलिखित सांसद शामिल है-

1.सुष्मिता देव,तृणमूल कांग्रेस
2.मौसम नूर,तृणमूल कांग्रेस
3.शांता छेत्री,तृणमूल कांग्रेस
4.डोला सेन,तृणमूल कांग्रेस
5.शांतनु सेन,तृणमूल कांग्रेस
6.अभि रंजन बिस्वर,तृणमूल कांग्रेस
7.मोहम्मद नदीमुल हक,तृणमूल कांग्रेस
8.एम हमाम अब्दुल्ला,डीएमके
9.बी लिंगैया यादव,तेलंगाना राष्ट्र समिति
10.ए.ए. रहीम,माकपा
11.रविहंद्र वद्दीराजू,टीआरएस
12.एस कल्याणसुंदरम,डीएमके
13.आर गिररंजन,डीएमके
14.एनआर एलंगो,डीएमके
15.वी शिवदासन,माकपा
16.एम षणमुगम,डीएमके
17.दामोदर राव दिवाकोंडा,टीआरएस
18.संदोश कुमार पी,भाकपा
19.कनिमोझी एनवीएन सोमू,डीएमके