India News (इंडिया न्यूज), Burj Khalifa: दुनिया की सबसे ऊंची इमारत की बात जब भी होती है तो सबसे पहले दिमाग में एक ही नाम आता है, बुर्ज खलीफा। दुबई में स्थित बुर्ज खलीफा की ऊंचाई 828 मीटर है और इसमें 163 मंजिलें हैं, लेकिन अब यह एक इतिहास बनकर रह जाएगी! क्योंकि अब इस दुनिया में एक इमारत बुर्ज खलीफा से कई गुना ऊंची होने वाली है। जी हां! सही सुना आपने। बुर्ज खलीफा से भी ऊंची इमारत का नाम एनालेम्मा टॉवर है। हालांकि, यह इमारत अभी भी इंजीनियरों की कल्पना मात्र है। यह दुनिया की अब तक की सबसे ऊंची गगनचुंबी इमारतों से काफी अलग होगी।
हवा में लटकती इमारत
एनालेम्मा टॉवर का प्रस्ताव अमेरिकी कंपनी क्लाउड्स आर्किटेक्चर ने 2017 में रखा था। सबसे खास बात यह होगी कि जब यह इमारत बनकर तैयार होगी तो यह दुनिया की पहली ऐसी इमारत होगी जो हवा में लटकी होगी। यह हैरान करने वाला जरूर है, लेकिन क्लाउड्स आर्किटेक्चर ने ऐसी इमारत बनाने का प्रस्ताव रखा था जो धरती पर नहीं बल्कि धरती की परिक्रमा कर रहे एक क्षुद्रग्रह पर बनेगी। यह इमारत केबल के जरिए आसमान में लटकी रहेगी।
पृथ्वी के चारों ओर कटेगी चक्कर
क्लाउड्स आर्किटेक्चर ने इस इमारत को दुबई में बनाने का सुझाव दिया था। इसकी बिजली अंतरिक्ष आधारित सौर पैनलों से और पानी बारिश के पानी से सप्लाई किया जाएगा। खास बात यह है कि यह इमारत किसी एक जगह पर स्थित नहीं होगी। दरअसल, क्षुद्रग्रह के घूमने की वजह से इमारत भी पृथ्वी के चारों ओर चक्कर लगाती रहेगी।
कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया है कि यह इमारत इतनी ऊंची होगी जिसकी आज तक किसी ने कल्पना भी नहीं की होगी। इसकी लंबाई 38 किलोमीटर तक हो सकती है।
कैसे होगा चमत्कार?
एनालेम्मा टॉवर को केबल के जरिए क्षुद्रग्रह से बांधकर पृथ्वी की तरफ लटकाया जाएगा। इस तरह यह इमारत हमेशा हवा में लटकी रहेगी। खास बात यह है कि एनालेम्मा टॉवर फिलहाल इंजीनियरों का एक आइडिया मात्र है। अगर ऐसी इमारत बनती है तो यह विज्ञान के क्षेत्र में बड़ी बात होगी।
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