India News (इंडिया न्यूज), Anchal Sharma: कभी रिश्तेदारों की क्रूरता झेली, पति और ससुराल वालों के अत्याचार सहे और फिर कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी से जंग लड़ी, ये कहानी है मोटिवेशनल स्पीकर और सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर आंचल शर्मा की जो आज “माइल्स ऑफ हैप्पीनेस” नामक संस्था के जरिए महिलाओं को सशक्त बनाने में जुटी हैं। लेकिन उनकी जिंदगी का हर पड़ाव परेशानियों से भरा रहा। ‘जोश टॉक्स’ को दिए इंटरव्यू में आंचल ने अपनी जिंदगी के दर्दनाक पहलुओं को शेयर किया। वो कहती हैं कि जब वो महज 8 साल की थीं, तो रात में सोते वक्त उनके चाचा ने उनके कपड़ों में हाथ डाल दिया। वो चीखीं और उठ गईं, लेकिन उस घटना ने उनके मन में डर और असुरक्षा की भावना पैदा कर दी, जो आज भी उनके अंदर नहीं समाती।
चाचा ने की थी ऐसी घिनौनी हरकत
ये पहली बार नहीं था जब उनके किसी करीबी ने उन्हें नुकसान पहुंचाया हो। आंचल बताती हैं कि एक बार उनके चाचा ने उनसे मासिक धर्म के दौरान इस्तेमाल होने वाला कपड़ा मांगा था। वो ऐसे माहौल से आई हैं, जहां सैनेटरी पैड की सुविधा नहीं थी और लड़कियां पुराने कपड़े इस्तेमाल करती थीं। परिवार का माहौल किसी नर्क से कम नहीं था। पिता ऑटो चलाते थे, लेकिन शराब और जुए की लत ने घर की शांति छीन ली थी। मां के साथ मारपीट आम बात थी और कभी-कभी घर में खाने की कमी हो जाती थी। सूखी रोटी और पानी से पेट भरना आम बात हो गई थी।
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छोटी बहन की पति ने की थी हत्या
आंचल की छोटी बहन का जीवन भी दुखों से भरा रहा है। उनकी छोटी बहन की शादी कर दी गई जिसके बाद न जाने उसे कितने दुःख दिए गए। बहन को ससुराल में मारा-पीटा गया और आखिरकार अंत में उसकी हत्या कर दी गई। शव सूरजकुंड के पास नाले में मिला। आंचल का कहना है कि उसकी हत्या उसके पति ने की थी और कोर्ट ने उसे आजीवन कारावास की सजा सुनाई। आंचल की खुद की शादी भी किसी सजा से कम नहीं थी। साल 2007 में उनकी शादी एक विकलांग व्यक्ति से हुई जिसकी चार उंगलियां जल गई थीं। आंचल के मुताबिक शादी के बाद उसे यौन शोषण का सामना करना पड़ा। पति की क्रूरता के साथ-साथ उसके ससुर और ननद भी उसे मारते-पीटते थे। हालात इतने बिगड़ गए कि 2008 में उन्हें तलाक लेना पड़ा।
कैंसर से लड़ी थी जंग
सोचा था कि शायद अब जिंदगी कुछ राहत देगी, लेकिन 2018 में आंचल को ब्रेस्ट कैंसर का पता चला। यह एक और मुश्किल समय था, लेकिन उन्होंने फिर हिम्मत नहीं हारी और कैंसर से जंग जीत ली। आज आंचल शर्मा महिला सशक्तिकरण की एक सशक्त आवाज हैं। उनकी संस्था “मील्स ऑफ हैप्पीनेस” महिलाओं को आत्मनिर्भर बनने के लिए प्रेरित करती है। आंचल की जिंदगी बताती है कि हालात कितने भी खराब क्यों न हों, हिम्मत और आत्मविश्वास से हर दर्द को ताकत में बदला जा सकता है। उनकी कहानी सिर्फ दर्द की कहानी नहीं, बल्कि उम्मीद, हिम्मत और बदलाव की कहानी है, जो हर उस महिला को प्रेरित करती है जो किसी अंधेरे से गुजर रही है।