India News (इंडिया न्यूज), History of Aurangzeb: इतिहास में कई ऐसे घटनाक्रम हुए हैं, जब शासकों ने सत्ता की लालसा में अपने खून के रिश्तों को भी नहीं छोड़ा। सत्ता के इस अंधेपन ने उन्हें इतनी क्रूरता से भर दिया कि उन्होंने अपने ही परिवार के लोगों को खत्म करने में कोई हिचकिचाहट नहीं दिखाई। ऐसे कई उदाहरण हैं जो यह दर्शाते हैं कि जब सत्ता का नशा सिर चढ़कर बोलता है, तो खून के रिश्ते भी महत्वहीन हो जाते हैं। इन शासकों ने अपने भाइयों, बेटों और रिश्तेदारों की हत्या की, सिर्फ अपने राजपाट को सुरक्षित रखने के लिए। आइए, जानते हैं कुछ ऐसे क्रूर शासकों के बारे में जिन्होंने अपने खून के रिश्तों को खत्म कर दिया:

1. सुल्तान मेहमत तृतीय (Ottoman Sultan Mehmed III)

तुर्की के सुल्तान मेहमत तृतीय का नाम सत्ता की लालसा में अपने परिवार के खिलाफ किए गए क्रूर कृत्यों के लिए जाना जाता है। जब वह 1595 में सिंहासन पर बैठे, तो उन्होंने अपने 19 भाइयों और दर्जनों भतीजों की हत्या करवा दी थी। यह कदम उन्होंने अपनी सत्ता को स्थिर रखने के लिए उठाया था, क्योंकि ऑटोमन साम्राज्य में यह प्रथा थी कि अगर कोई नया शासक सिंहासन पर बैठता था, तो वह अपने परिवार के किसी सदस्य को अपने रास्ते से हटा देता था ताकि ताज को चुनौती न मिले।

दिल दहल उठेगा पढ़कर औरंगजेब का आखिरी खत, ‘शरीर पर बची चमड़ी, पापो से दब चुका है…’, पढ़े संभाजी के कातिल के वो आखिरी पल!

2. योंगल सम्राट (Zhu Di)

चीन के योंगल सम्राट ने अपने भतीजे जियानवेन सम्राट को सिर्फ सत्ता की प्राप्ति के लिए मौत के घाट उतार दिया। उसने अपने भतीजे के समर्थकों को भी निशाना बनाया और हजारों लोगों को यातनाएं दे-देकर मार डाला। योंगल सम्राट का यह कदम अत्यधिक क्रूरता की पराकाष्ठा था, जिसमें न केवल रक्तपात हुआ बल्कि सैकड़ों निर्दोष लोगों को भी इसका शिकार बनाया गया।

3. काराकाला (Caracalla)

रोम का सम्राट काराकाला अपनी सत्ता के लिए इतना हद तक गिर गया कि उसने अपने ही भाई गेटा को मार दिया। सन् 211 में, उसने गेटा को इसलिए मार डाला क्योंकि वह सत्ता साझा करने को तैयार नहीं था। न केवल उसने अपने भाई को मारा, बल्कि उसने गेटा के समर्थकों को भी मारा और उसकी सभी तस्वीरों को नष्ट करने की कोशिश की, ताकि उसके भाई का अस्तित्व ही मिटा दिया जाए। काराकाला का यह कदम पूरी तरह से सत्ता के लिए भयंकर क्रूरता का प्रतीक था।

जब औरंगजेब ने खुद लिखी अपनी क्रुरता की कहानी, पिता को पानी की बूंद-बूंद के लिए तरसाया, पापों का किस्सा जान फट जाएगा कलेजा!

4. इवान चतुर्थ (Ivan IV)

रूस के इवान चतुर्थ, जिन्हें इवान द टेरिबल के नाम से भी जाना जाता है, ने अपने बेटे और वारिस इवान इवानोविच की हत्या कर दी। यह घटना 1581 में घटी जब इवान चतुर्थ को अपनी बहू के पहनावे पर गुस्सा आ गया और उनका बेटा इसके विरोध में उनके साथ भिड़ गया। राजा ने इतने जोर से अपने बेटे को राजदंड से मारा कि उसकी मृत्यु हो गई। इस घटना को लेकर एक प्रसिद्ध चित्रकार इल्या रेपिन ने एक पेंटिंग बनाई, जिसमें इवान चतुर्थ अपने मरते हुए बेटे को गोद में लेकर रोता हुआ नजर आता है। यह घटना इवान के क्रूर व्यक्तित्व और अत्यधिक गुस्से का उदाहरण है।

5. चंगेज खान (Genghis Khan)

चंगेज खान का नाम इतिहास में सबसे क्रूर शासकों में लिया जाता है। उसने न केवल अपने दामाद को मारा, बल्कि अपनी जनजाति को भी नष्ट कर दिया था। चंगेज खान के अनुसार, किसी भी व्यक्ति या समूह द्वारा उसके खिलाफ उठाए गए कदम को बर्दाश्त नहीं किया जाता था। उसने अपने जीवनकाल में लाखों लोगों की हत्या की और विशाल साम्राज्य के विस्तार में कोई भी रोक न लगाने के लिए कड़ा कदम उठाया। चंगेज खान की यह क्रूरता और असंवेदनशीलता उस समय के समाज पर एक भयंकर असर छोड़ गई थी।

कौन था वो ‘गद्दार हिंदू’ राजा, जिसे दिल्ली में आज भी पड़ती हैं गालियां? हवेली से लेकर गली तक हुई बदनाम, कहानी सुनकर भड़क जाएगा हर हिंदुस्तानी

इन शासकों के उदाहरण यह सिद्ध करते हैं कि सत्ता का नशा इतना प्रभावशाली और खतरनाक हो सकता है कि यह इंसान को अपने ही रिश्तों और परिवार के प्रति संवेदनहीन बना देता है। इन शासकों ने अपनी सत्ता को बनाए रखने और उसकी अखंडता को लेकर ऐसी क्रूरता दिखाई, जिसे मानवता की किसी भी कसौटी पर खरा नहीं ठहराया जा सकता। इतिहास में ऐसी घटनाएं यह याद दिलाती हैं कि सत्ता की लालसा कभी-कभी इंसान को अपने सबसे करीबी रिश्तों से भी अधिक अहमियत देती है और परिणामस्वरूप पूरी दुनिया को भयंकर रक्तपात और हिंसा का सामना करना पड़ता है।

साल 2025 बनेगा तबाही के आगाज़ का दूसरा नाम, इस साल तक आ जाएगा मुस्लिम शासन, हिंदुओं के हाल का…बाबा वेंगा की भयावह भविष्यवाणी