India News (इंडिया न्यूज), DNA test shocking result: किसी भी रिश्ते में शक एक बीमारी की तरह होता है। जो इंसान की जिंदगी से रिश्ते को पूरी तरह से खराब कर देता है। यही वजह है कि लोग कहते हैं कि एक बार शक की सुई किसी रिश्ते में घूम जाए तो पूरा ताना-बाना खराब हो जाता है। अब इस घटना को ही देख लीजिए जहां मार्कोस नाम के एक शख्स की शादी 6 साल पहले सोफिया नाम की लड़की से हुई थी और उसकी जिंदगी में एक चार साल की बच्ची थी, जिसका नाम एम्मा था। जिसे सोफिया और मार्कोस बेहद प्यार करते थे। हालांकि, उसकी साली को उस पर शक हो गया था। उसे लगता था कि शायद एम्मा उनकी बेटी नहीं है।
ऐसा इसलिए था क्योंकि जब एम्मा का जन्म हुआ तो वह अपने माता-पिता जैसी नहीं दिखती थी। सोफिया की काली आंखों और बालों के विपरीत एम्मा की आंखें हरी और बाल हल्के भूरे रंग के थे, जिसकी वजह से उसे लगा कि मार्कोस एम्मा के पिता नहीं हो सकते। रेडिट पर अपनी कहानी शेयर करते हुए शख्स ने लिखा कि शादी के वक्त लॉरा ने सोफिया से प्री-न्यूप्चुअल एग्रीमेंट मांगा था। ऐसा इसलिए था क्योंकि मेरी भाभी को लगता था कि मैं उन्हें धोखा दे सकता हूँ और मुझमें कुछ कमी है।
शख्स ने एक पोस्ट के जरिये बताई आपबीती
ये बातें चलती रहीं और इस बात को लेकर हमारे बीच कई बार बहस हुई और फिर एक दिन बात हाथ से निकल गई। जब एम्मा के जन्मदिन पर मेरी भाभी ने उसे डीएनए टेस्ट किट गिफ्ट की। ताकि उसका शक हमेशा के लिए खत्म हो जाए। अपनी पोस्ट में उस शख्स ने कहा कि मैं ये चीज देखकर एक पल के लिए हैरान हुआ लेकिन फिर मैं हंसने लगा क्योंकि मुझे सच पर पूरा भरोसा था, लेकिन मेरी पत्नी इस बात से भड़क गई, उसने लॉरा को डांटा और जीजा ने कहा, तुम सच में पागल हो।
सच्चाई सुनकर उड़ गए होश
जिस पर मैंने कहा कि उसे ये टेस्ट करने दो ताकि उसके मन से शक पूरी तरह से दूर हो जाए और आखिर में नतीजा वही निकला जिसकी मुझे उम्मीद थी। तीन हफ्ते बाद आई रिपोर्ट से साबित हो गया कि एम्मा मार्कोस की असली बेटी थी। इसका मतलब सोफिया ने धोखा नहीं दिया था और न ही मार्कोस की कोई गलती थी। जैसे ही ये घटना वायरल हुई, हर कोई इस पर कमेंट करने लगा और अपनी प्रतिक्रियाएं देने लगा। कई लोगों ने कहा कि ऐसी चीजें रिश्तों को खराब करती हैं। जबकि अन्य ने लिखा कि लोग अब तकनीक का दुरुपयोग कर रहे हैं।