India News (इंडिया न्यूज), Gangajal Mixed with Cyanide Case: छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले से एक सनसनीखेज और हैरान करने वाली हत्या की वारदात सामने आई है, जो न केवल पुलिस को बल्कि जनता को भी चौंका देने वाली है। एक तांत्रिक ने लोगों को नोटों की बारिश कराने का झांसा देकर उनकी हत्या की। आरोपी ने लोगों को तंत्र-मंत्र से जुड़े भ्रामक उपायों में फंसा कर उन्हें साइनाइड मिला गंगाजल पिला दिया, जिसके बाद उनकी मौत हो जाती थी। हैरान करने वाली बात यह थी कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में इन मौतों को हार्ट अटैक के रूप में दर्ज किया जाता था, जिससे पुलिस इन मामलों को सामान्य मौत मानकर बंद कर देती थी।

आइए जानते हैं इस कांड की पूरी कहानी और कैसे इस हैरान कर देने वाली हत्या का खुलासा हुआ।

तांत्रिक का तरीका और झांसा

सुखवंत साहू, जो खुद को एक तांत्रिक बताता था, धनोरा गांव में रहता था। वह लोगों के जीवन की समस्याओं का समाधान करने के बहाने उनसे मोटी रकम ऐंठता था। तांत्रिक उन्हें यह विश्वास दिलाता था कि वह नोटों की बारिश कर सकता है और उनके जीवन में सुख-शांति ला सकता है।

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एक बार जब तांत्रिक से लोग पैसे देने के बाद उसकी पूजा करने जाते थे, तो वह पूजा-पाठ के बाद गंगाजल में साइनाइड मिलाकर उन्हें प्रसाद के रूप में पिला देता था। यह जहरीला गंगाजल पीने के बाद व्यक्ति की तत्काल मौत हो जाती थी। लेकिन चूंकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण हार्ट अटैक बताया जाता था, पुलिस को यह मौतें सामान्य प्रतीत होती थीं और वे इस पर ज्यादा ध्यान नहीं देती थीं।

तांत्रिक का अपराधी नेटवर्क

तांत्रिक का यह काम अकेले नहीं चलता था। उसके साथ वीरेंद्र देवांगन नामक एक साथी भी था, जो उसकी हत्या की योजनाओं में मदद करता था। यह दोनों मिलकर लोगों को झांसा देते थे और फिर साइनाइड के जरिए उन्हें मार डालते थे।

एक हंसराम साहू नामक व्यक्ति, जो नया रायपुर का निवासी था, तांत्रिक के झांसे में आकर उसके पास डेढ़ लाख रुपये लेकर गया था। वह नोटों की बारिश की उम्मीद में तांत्रिक से पूजा कराने आया था। पूजा के बाद तांत्रिक ने उसे साइनाइड वाला गंगाजल पिला दिया, जिससे 60 वर्षीय हंसराम की मौके पर ही मौत हो गई। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हंसराम की मौत को हार्ट अटैक बताया गया, जिससे पुलिस ने इसे सामान्य मौत मान लिया।

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इसी प्रकार, नरेंद्र साहू नामक एक अन्य व्यक्ति भी तांत्रिक के झांसे में आया था और डेढ़ लाख रुपये खर्च किए थे। जब नरेंद्र ने तांत्रिक से अपने पैसे की मांग की, तो तांत्रिक ने उसे गंगाजल में साइनाइड मिलाकर पिला दिया, जिससे उसकी मौत हो गई।

हत्या का खुलासा कैसे हुआ?

तांत्रिक और उसके साथी वीरेंद्र के बीच हत्या के पैसे के बंटवारे को लेकर विवाद हुआ। इस विवाद ने तांत्रिक को अपना साथी वीरेंद्र देवांगन को मौत के घाट उतारने के लिए प्रेरित किया। हालांकि इस बार तांत्रिक ने साइनाइड का इस्तेमाल नहीं किया। उसने सिर कुचलकर वीरेंद्र की हत्या की।

पुलिस ने इस हत्या की जांच शुरू की और जब तांत्रिक से सख्ती से पूछताछ की गई, तो उसने अपनी सभी जघन्य अपराधों का खुलासा किया। तांत्रिक ने बताया कि उसने लोगों की हत्या करने के लिए साइनाइड मिलाकर गंगाजल पिलाने का तरीका टीवी सीरियल ‘सावधान इंडिया’ से सीखा था, जहां वह इस तरीके से जुड़ी जानकारी देखता था।

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आरोपी की गिरफ्तारी और पुलिस कार्रवाई

पूरी घटना का खुलासा होने के बाद पुलिस ने तांत्रिक सुखवंत साहू और उसके साथी को गिरफ्तार कर लिया। तांत्रिक ने अपनी पूछताछ में यह बताया कि उसने कई लोगों को धन लाभ और सुख-शांति का वादा कर झांसा दिया और फिर उन्हें मौत के घाट उतार दिया। इसके अलावा, तांत्रिक ने यह भी बताया कि वह पुलिस से बचने के लिए हत्या के बाद शव को हार्ट अटैक के नाम पर छुपा लेता था।

यह पूरी घटना न केवल एक व्यक्ति के अपराधी मानसिकता को दिखाती है, बल्कि यह भी बताती है कि कैसे लोग तंत्र-मंत्र और अंधविश्वास के कारण अपनी जान तक गंवा सकते हैं। तांत्रिक का यह तरीका न केवल जघन्य था, बल्कि यह समाज में अंधविश्वास और धोखाधड़ी की गंभीर स्थिति को भी उजागर करता है। पुलिस ने आखिरकार आरोपी को गिरफ्तार कर न्याय की प्रक्रिया शुरू की है, लेकिन इस मामले ने समाज में तंत्र-मंत्र और अंधविश्वास के खतरनाक पहलुओं पर भी गंभीर सवाल उठाए हैं।

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