India News (इंडिया न्यूज), Father Marries Daughter: दुनिया में ना जानें कितनी अनोखी और अजीबोगरीब परंपराएं बनी हुईं हैं, लेकिन फिर भी कुछ परंपराएं ऐसी हैं जिनके बारे में सुनकर ही इंसान चौंक जाता है। ये प्रथाएं ऐसी हैं जिन्हें एक कलंक ही कहना सही होगा। ऐसी ही एक चौंकाने वाली परंपरा बांग्लादेश में है जिसके बारे में हम आपको बताने जा रहे हैं। बांग्लादेश में ‘मंडी’ नामक आदिवासी समुदाय है जहाँ ये प्रथा सालों से होती आ रही है। यह परंपरा न सिर्फ अजीब है, बल्कि भावनात्मक और नैतिक रूप से भी बेहद दर्दनाक है।

बाप बन जाता है अपनी ही बेटी का पति

मंडी समुदाय में एक प्रथा है, जिसमें अगर कोई पुरुष विधवा महिला से शादी करता है, तो उसे महिला की पहली शादी से पैदा हुई बेटी से भी शादी करने की इजाजत होती है। यानी जिस पुरुष को लड़की एक समय में अपना पिता मानती है, वही बाद में उसका पति बन सकता है। यह परंपरा न सिर्फ नैतिकता की सीमाओं को तोड़ती है, बल्कि इससे उन मासूम लड़कियों का मानसिक और भावनात्मक शोषण भी होता है, जो बचपन में सिर्फ प्यार और सुरक्षा की उम्मीद करती हैं।

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लड़कियों का होता है शोषण

मंडी समाज का इस प्रथा को लेकर तर्क है कि यह परिवार की सुरक्षा सुनिश्चित करने का एक तरीका है। उनका कहना है कि इससे विधवा महिला और उसकी बेटियों को आर्थिक और सामाजिक सुरक्षा मिलती है, क्योंकि परिवार का भरण-पोषण एक ही पुरुष करता है। लेकिन हकीकत इससे कहीं ज्यादा भयावह है। इस परंपरा की आड़ में नाबालिग लड़कियों का शोषण किया जाता है और उनका बचपन छीन लिया जाता है। जिन लड़कियों को शिक्षा, प्यार और सुरक्षित माहौल मिलना चाहिए, उन्हें वयस्क होने से पहले ही शादी और रिश्तों का बोझ उठाना पड़ता है। यह प्रथा न केवल मानवाधिकारों का उल्लंघन करती है, बल्कि समाज की सोच पर भी गंभीर सवाल खड़े करती है। ऐसी प्रथाओं पर गंभीरता से सोचने और उन्हें खत्म करने की जरूरत है, ताकि कोई भी लड़की अपना बचपन खोने और असहनीय दर्द सहने को मजबूर न हो। मानवता के नाम पर ऐसी परंपराओं के लिए कोई जगह नहीं होनी चाहिए।

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