India News (इंडिया न्यूज), Remedy For Honey Bee Sting: मधुमक्खी का शहद जितना मीठा और स्वादिष्ट होता है, उसका डंक भी उतना ही जानलेवा होता है। दरअसल, मधुमक्खी का डंक एक घाव होता है और वह इसका इस्तेमाल अपने छत्ते की रक्षा के लिए करती है। लेकिन जब किसी व्यक्ति को मधुमक्खी डंक मारती है, तो वह दर्द और डंक से बदहवास हो जाता है। उस समय जब कई बार समझ में नहीं आता कि क्या करें, तो लोग मधुमक्खी के काटने वाली जगह पर लोहा रगड़ते हैं और उन्हें आराम मिलता है। कहा जाता है कि इससे सूजन भी नहीं होती। आइए जानते हैं इसके पीछे क्या सच्चाई है?

मधुमक्खी कैसे डंक मारती है?

मधुमक्खी के डंक को लेकर हर किसी के मन में अलग-अलग विचार होते हैं। लोग जानना चाहते हैं कि इसका डंक कैसे निकाला जाना चाहिए और इसका क्या इलाज किया जाना चाहिए। इससे किस तरह का संक्रमण होता है और डंक मारने के कितने समय बाद व्यक्ति बेहतर महसूस कर सकता है। दरअसल, जब मधुमक्खी डंक मारती है, तो उसका डंक उसके शरीर से अलग होकर आपके शरीर में चला जाता है, जिससे दर्द और डंक लगता है।

क्या डंक से एलर्जी होती है?

दरअसल, मधुमक्खी का डंक एक साधारण चोट की तरह होता है, लेकिन मधुमक्खी किसी को भी निशाना बनाकर डंक मार सकती है। मधुमक्खी तब डंक मारती है जब कोई उसके करीब आता है या उसे परेशान करता है या उसके छत्ते को नुकसान पहुंचाने की कोशिश करता है। कई बार मधुमक्खी के डंक मारने पर लोगों को एलर्जी होने लगती है, कई बार इसका डंक जानलेवा भी होता है। अगर आपके साथ भी ऐसा कुछ हुआ है तो आपको अस्पताल जाना चाहिए। हालांकि, कई लोग घरेलू उपायों के जरिए भी इसका इलाज करने की कोशिश करते हैं।

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क्या लोहा रगड़ने से आराम मिलता है?

ऐसा कहा जाता है कि अगर मधुमक्खी काट ले तो उस जगह पर लोहा रगड़ने से दर्द और सूजन नहीं होती है। यह उपाय काम करता है, अगर मधुमक्खी काट ले तो उस जगह पर तुरंत लोहा रगड़ना चाहिए। इससे दर्द और सूजन दोनों से राहत मिलती है। आप चाहें तो लोहे को चाबी, ताला, लोहे का चिमटा या लोहे के किसी भी टुकड़े का इस्तेमाल कर सकते हैं।

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