India Has Highest Number Of Cryptocurrency Owners
सबसे ज्यादा क्रिप्टोकरेंसी भारतीयों के पास
भारतीय हर मामले में अव्वल रहना चाहते हैं। क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency news) के मामले में भी भारतीय विश्व में सबसे आगे हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार विश्व में सबसे ज्यादा क्रिप्टोकरेंसी भारतीयों के पास है। दूसरे नंबर पर संयुक्त राज्य अमेरिका और तीसरे नंबर पर रूस के लोगों के पास यह मुद्रा है। Cryptocurrency दो शब्दों से मिलकर बना है। Crypto लैटिन भाषा का शब्द है जो cryptography से बना है और जिसका मतलब होता है, छुपा हुआ। जबकि Currency भी लैटिन के currentia से आया है, जो कि रुपये-पैसे के लिए इस्तेमाल होता है।
क्रिप्टोकरेंसी पूरे विश्व में तेजी से राष्ट्रीय निकायों के नियमन के बिना व्यवसायों और भुगतानों का संचालन करने का एक स्वीकृत तरीका बन रहा है। इसमें भी भारतीयों ने महारथ हासिल कर ली है। (cryptocurrency india)
एक वार्षिक सूचकांक ने भारतीयों को क्रिप्टोकरेंसी संग्रहण के मामले के केंद्र में रखा है। भले ही अभी भारत में क्रिप्टो की कानूनी वैधता सवालों के घेरे में है, लेकिन फिर भी इसका प्रयोग बहुत हो रहा है।
क्रिप्टोक्यूरेंसी प्रसार सूचकांक BrokerChoose द्वारा संकलित किया गया था। व्यक्तिगत क्रिप्टोक्यूरेंसी मालिकों के मामले में, भारत सूची में सबसे ऊपर है। दूसरे स्थान पर संयुक्त राज्य अमेरिका था, उसके बाद तीसरे नंबर पर रूस था। (india cryptocurrency news)
सबसे अधिक क्रिप्टो स्वामित्व किन देशों में है?
किसी देश की आबादी के आधार पर, भारत में क्रिप्टोकरेंसी के लिए दुनिया की पांचवीं सबसे ज्यादा स्वामित्व दर है। इस मीट्रिक के आधार पर, सूची में शीर्ष शॉट पर यूक्रेन का उल्लेख है (इसकी आबादी के अनुरूप 12.7 प्रतिशत स्वामित्व दर के साथ), रूस (11.9 प्रतिशत), केन्या (8.5 प्रतिशत), अमेरिका (8.3 प्रतिशत) है।
भारत देश की 7.3 प्रतिशत आबादी के साथ किसी प्रकार की क्रिप्टोकरेंसी के स्वामित्व के साथ पांचवें नंबर पर आया। ध्यान रखें, हालांकि – भारत में इन देशों में से किसी की तुलना में बड़े अंतर से बड़ी आबादी है।
कुल मिलाकर, भारत में 10.07 करोड़ क्रिप्टोक्यूरेंसी उपयोगकर्ता हैं, इसके बाद अमेरिका (2.74 करोड़) और रूस (1.74 करोड़) हैं। जाहिर है, भारतीय क्रिप्टोकरेंसी अपनाने में अग्रणी हैं।
रिपोर्ट में यह भी आंकलन किया गया है कि किन देशों में क्रिप्टोकरेंसी की खोज दर सबसे अधिक है। सबसे अधिक क्रिप्टोक्यूरेंसी खोजों के साथ अमेरिका शीर्ष पर है, इसके बाद भारत, यूनाइटेड किंगडम और कनाडा का स्थान है।
क्या होती है क्रिप्टोकरेंसी?
Cryptocurrency दो शब्दों से मिलकर बना है। Crypto लैटिन भाषा का शब्द है जो cryptography से बना है और जिसका मतलब होता है, छुपा हुआ। जबकि Currency भी लैटिन के currentia से आया है, जो कि रुपये-पैसे के लिए इस्तेमाल होता है। यानी क्रिप्टोकरेंसी का मतलब हुआ छुपा हुआ रुपया। आमतौर पर क्रिप्टोकरेंसी एक तरह का डिजिटल रुपया है, जिसे आप छू तो नहीं सकते, लेकिन रख सकते हैं। यानी यह मुद्रा का एक डिजिटल रूप है, जो पूरे विश्व में प्रचलन में है, लेकिन प्रिंट रूप में उपलब्ध नहीं है। इसका लेनदेन पूरी तरह से आनलाइन होता है।
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क्रिप्टोकरेंसी कितनी तरह की होती हैं?
बाजार में कई क्रिप्टोकरेंसी हैं, जिनमें बिटकॉइन (Bitcoin), एथेरियम (Ethereum) डॉगकोइन (Dogecoin), लिटकोइन (Litecoin), काडार्नो (Cardano) शामिल हैं। क्या आपने अपने सिर की कमाई को क्रिप्टोकरेंसी में निवेश किया है?
किसने बनाई क्रिप्टोकरेंसी?
क्रिप्टोकरेंसी 2009 में सतोशी नाकामोतो ने शुरू किया था। ये बात इतनी भी सटीक नहीं है। इससे पहले भी कई निवेशकों ने या देशों ने डिजिटल मुद्रा पर काम किया था। यूएस ने 1996 मुख्य इलेक्ट्रॉनिक गोल्ड बनाया था, ऐसा गोल्ड जिसे रखा नहीं जा सकता था, लेकिन इससे दूसरी चीजें खरीदी जा सकती थीं। इसे 2008 में बैन कर दिया गया था। वर्ष 2000 में नीदरलैंड ने पेट्रोल भरने के लिए कैश को स्मार्ट कार्ड से जोड़ा था। इसे इसका ही एक रूप माना जा सकता है।
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