India News (इंडिया न्यूज), India Pakistan Tension: पहलगाम हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव की स्थिति है। भारत के कड़े फैसले से पाकिस्तान का मनोबल टूट गया है। पाकिस्तान के पूर्व रेल मंत्री शेख रशीद अहमद ने दावा किया था कि पाकिस्तान के पास 125 से 250 ग्राम के हल्के परमाणु बम हैं जिन्हें युद्ध के लिए डिजाइन किया गया है। अब सवाल उठता है कि क्या परमाणु बम का वजन सिर्फ 250 ग्राम हो सकता है? आइए आपको इसके बारे में विस्तार से बताते हैं।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक परमाणु बम में दो प्रक्रिया होती हैं। एक फ्यूजन और दूसरी फिशन। इन दोनों प्रक्रियाओं में जब चेन रिएक्शन होता है तो जानलेवा विस्फोट होता है।

बेकार साबित होगा  ऐसा परमाणु बम?

एटॉमिक आर्काइव पोर्टल के मुताबिक न्यूट्रॉन रिफ्लेक्टर की मदद से करीब 5 किलो प्लूटोनियम 239 या करीब 15 किलो यूरेनियम 235 की जरूरत होती है। जिसे क्रिटिकल मास कहते हैं, ये चेन रिएक्शन के लिए जरूरी होता है। अगर कुल परमाणु हथियार की बात करें तो इसका वजन 10-15 किलो के बीच होगा। अगर किसी ने इससे हल्का परमाणु बम भी बना लिया है तो वह पूरी तरह बेकार साबित होगा।

अगर सबसे छोटे परमाणु बम की बात करें तो वह अमेरिका के पास है। इसका नाम W54 है। इसके चार वैरिएंट हैं, जिनमें से बाकी तीन MK 54, B54 और W 72 हैं। इसका वजन 23 किलोग्राम है।

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कितनी है इस खबर में सच्चाई?

पाकिस्तान के हैंड ग्रेनेड के आकार के परमाणु हथियार अभी भी असत्यापित हैं और अंतरराष्ट्रीय विश्लेषकों द्वारा व्यापक रूप से खारिज किए गए हैं। अभी तक कोई भी सार्वजनिक रिकॉर्ड या विश्वसनीय खुफिया जानकारी इसकी पुष्टि नहीं करती है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अगर सबसे बड़े और सबसे शक्तिशाली परमाणु बम की बात करें तो वह रूस के पास है। इन परमाणु बमों के नाम RDS202 और RDS220 हैं। यह परमाणु बम हिरोशिमा पर गिराए गए बम से करीब 3,800 गुना ज्यादा शक्तिशाली है।

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फेडरेशन ऑफ अमेरिकन साइंटिस्ट्स 2025 की रिपोर्ट के मुताबिक भारत के पास फिलहाल अनुमानित 180 परमाणु हथियार हैं, जबकि पाकिस्तान के पास करीब 172 हैं।