India News (इंडिया न्यूज), Kalyan Railway Station: नालासोपारा निवासी धीरज विश्वकर्मा को प्रयागराज में आयोजित कुंभ मेले के लिए जाना था। इसके लिए उन्होंने रेलवे टिकट लेने का निर्णय लिया और कल्याण रेलवे स्टेशन पहुँचे। लेकिन स्टेशन पर टिकट काउंटर पर हुई एक हैरान करने वाली घटना ने उनके और अन्य यात्रियों के अनुभव को कड़वा बना दिया।
टिकट काउंटर पर अतिरिक्त वसूली का मामला
कल्याण रेलवे स्टेशन पर तैनात एक कर्मचारी को यात्रियों से प्रत्येक टिकट पर 30 रुपये अतिरिक्त वसूलते हुए देखा गया। धीरज और अन्य यात्रियों ने जब इस बारे में सवाल किया, तो कर्मचारी टालमटोल जवाब देने लगा।
एक वीडियो में स्पष्ट रूप से दिखाया गया कि यह कर्मचारी नेत्रावली एक्सप्रेस के टिकट के लिए आए एक यात्री से अतिरिक्त 30 रुपये ले रहा था। जब उस यात्री ने इस पर आपत्ति जताई, तो कर्मचारी ने पहले तो गलती मानते हुए पैसे वापस किए, लेकिन यह हरकत बार-बार दोहराई जा रही थी।
यात्रियों की शिकायत और कर्मचारी का रवैया
जब यात्रियों ने कर्मचारी से सवाल किया कि अतिरिक्त पैसे क्यों लिए जा रहे हैं, तो उसने इसे “गलती” कहकर टालने की कोशिश की। लेकिन बार-बार हो रही इस घटना ने यात्रियों के मन में संदेह पैदा कर दिया। एक यात्री ने तर्क किया कि गलती एक या दो बार हो सकती है, लेकिन हर यात्री से अतिरिक्त पैसे वसूलना जानबूझकर किया गया कृत्य है।
वीडियो ने खोली पोल
तीन अलग-अलग यात्रियों ने इस कर्मचारी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई, और वीडियो में यह स्पष्ट रूप से दिखाया गया कि उसने प्रयागराज जाने वाले यात्रियों से अतिरिक्त पैसे लिए। इसके बावजूद कर्मचारी अपनी हरकतों को छिपाने की कोशिश करता रहा। वीडियो में यह भी स्पष्ट हुआ कि यह कर्मचारी केवल प्रयागराज जाने वाले यात्रियों को निशाना बना रहा था।
घटना की जांच की आवश्यकता
यह घटना सवाल उठाती है कि क्या इस कर्मचारी ने अन्य गंतव्यों के यात्रियों से भी अतिरिक्त पैसे लिए हैं। इस मामले में गहन जांच की आवश्यकता है ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि अन्य यात्रियों के साथ अन्याय न हो।
कल्याण रेलवे स्टेशन पर हुई यह घटना रेलवे अधिकारियों के लिए एक गंभीर चेतावनी है। यात्रियों से अवैध वसूली न केवल उनकी आर्थिक हानि करती है, बल्कि रेलवे के प्रति उनकी आस्था को भी कमजोर करती है। इस घटना की निष्पक्ष जांच और दोषी कर्मचारी पर उचित कार्रवाई आवश्यक है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।