India News(इंडिया न्यूज़), Madhuri Dixit, दिल्ली:हाल फिलहाल माधुरी दीक्षित को लेकर एक खबर सामने आ रही है कि वह बॉलीवुड छोड़ अब राजनीति के दलदल में कदम रखने वाली है। ऐसे में कई तरह की अटकलें सामने आए हैं। जिनमें से यह भी कहा जा रहा है कि वह अगले साल चुनाव लड़ने वाली है।

किस पार्टी से जुड़ेंगे माधुरी

(Madhuri Dixit)

बता दे की अटकलों के हवाले में यह पता चला है कि माधुरी दीक्षित कई समय से भारतीय जनता पार्टी के नेताओं के संपर्क में है। ऐसे अटकलों से पता चला है कि वह अगले साल का लोकसभा चुनाव लड़ सकती हैं, लेकिन वह अपने राजनीतिक कैरियर की शुरुआत के लिए किस पार्टी के साथ जुड़ने वाली है। इस बात की सफाई अभी तक सामने नहीं आई है। कुछ सालों पहले की भी यह बात की गई थी कि माधुरी दीक्षित पुणे से चुनाव लड़ने वाली है, जो सच नहीं था।

भारत वर्सेस न्यूजीलैंड के मैच में उपमुख्यमंत्री के साथ बैठी नजर आई माधुरी

बता दे की हाल ही में मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में भारत वर्सेस न्यूजीलैंड का सेमीफाइनल मैच हुआ था। जिसमें भारत को जीत हासिल हुई। उसे मैच में माधुरी दीक्षित भी मैदान में मौजूद थी। इस दौरान वह महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार के साथ बैठी नजर आई। उनके साथ एनसीपी नेता प्रफुल्ल पटेल भी नजर रहे थे। यहां तक की भाजपा नेता आशीष शेलार भी वहां मौजूद थे। जिसके बाद राजनीतिक गलियारों में यह दस्तक होने लगी की माधुरी दीक्षित चुनाव लड़ने की पूरी तैयारी में है।

उत्तर मुंबई से हालांकि बीजेपी के कद्दावर नेता गोपाल शेट्टी लोकसभा सांसद हैं। गोपाल शेट्टी ने ही उर्मिला मातोंडकर को 2019 के चुनाव में हराया था और दूसरी बार सांसद बने थे। इससे पहले गोपाल शेट्टी ने 2014 में संजय निरुपम को शिकस्त दी थी। ऐसे में गोपाल शेट्टी की जगह माधुरी दीक्षित को लड़ाने का रिस्क इस सीट से बीजेपी शायद ही ले।

इस सीट से लड़ सकती है माधुरी

अभी तक अटकलों से साफ हुआ है कि माधुरी दीक्षित उत्तर पश्चिम मुंबई सीट से चुनाव लड़ सकती है, हालांकि यह सेट शुरू से ही शिवसेना के खाते में रही है और गजानन कीर्तिकर जो शिंदे गुट में है। वह यहां के सांसद हैं हालांकि उनकी स्थिति इस बार ठीक नहीं है।

इस चीज को देखते हुए सीट पर समझौते के तहत बीजेपी माधुरी दीक्षित कोसी पर लड़ा सकती है। इस बार संजय निरुपम कांग्रेस से बड़े दावेदार के तौर पर सामने आए हैं। ऐसे माध्यमिक की लड़ाई लड़ने से निरुपाल की रहा मुश्किल हो सकती है।

 

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