India News (इंडिया न्यूज), Mamta Kulkarni: प्रयागराज में महाकुंभ के तीसरे शाही स्नान के दौरान किन्नर अखाड़े में उठे विवाद ने नया मोड़ ले लिया है। किन्नर अखाड़े से निष्कासित मानी जा रही लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी ने मीडिया से बातचीत में कहा कि वह खुद को निष्कासित नहीं मानतीं, क्योंकि अखाड़े की ओर से अभी स्थिति स्पष्ट नहीं की गई है। आज बसंत पंचमी के पावन अवसर पर संगम में लाखों श्रद्धालु पुण्य की डुबकी लगा रहे हैं। भव्य तरीके से अखाड़ों का शाही स्नान चल रहा है। इसी बीच, लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी ने अपने निष्कासन को लेकर बड़ी बात कही है। उन्होंने कहा कि अखाड़े से जुड़ी तमाम बातें अभी स्पष्ट नहीं हैं और वह इसे निष्कासन नहीं मानतीं। उन्होंने ममता कुलकर्णी के नाम पर भी चल रही चर्चाओं को लेकर कहा कि ममता को भी अखाड़े से नहीं निकाला गया था।
ममता कुलकर्णी की वित्तीय स्थिति पर बड़ा खुलासा
लक्ष्मी ने ममता कुलकर्णी को लेकर भी कई अहम खुलासे किए हैं। उन्होंने बताया कि ममता कुलकर्णी की तबीयत खराब होने के कारण वो महाकुंभ में स्नान करने नहीं आई थीं। साथ ही, उन्होंने इस दावे को भी खारिज कर दिया कि ममता ने किन्नर अखाड़े को कोई पैसे दिए थे। उन्होंने मीडिया रिपोर्ट्स पर सवाल उठाते हुए कहा कि ममता के नाम पर झूठी खबरें फैलाई जा रही हैं और जानबूझकर उनकी बदनामी की जा रही है। लक्ष्मी ने यह भी खुलासा किया कि ममता के सभी बैंक अकाउंट फ्रीज कर दिए गए हैं, जिससे उनका वित्तीय लेन-देन प्रभावित हुआ है।
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किन्नर अखाड़े में अंदरूनी मतभेद?
लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी के इस बयान के बाद किन्नर अखाड़े में चल रहे मतभेदों को लेकर अटकलें तेज हो गई हैं। उनका कहना है कि कुछ लोग साजिश के तहत बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं। अब देखना होगा कि किन्नर अखाड़ा इस पर क्या प्रतिक्रिया देता है और इस विवाद का क्या समाधान निकलता है।