India News (इंडिया न्यूज), Neighboring Countries of India: भारत का पड़ोसी देश नेपाल एक ऐसा देश है, जहां आज भी भारतीय नागरिक बिना वीजा और पासपोर्ट के सीमा पार कर सकते हैं।चलिए इस आर्टिकल में जानते हैं कि इस देश में किस धर्म को मानने वाले लोग सबसे ज्यादा हैं। भारत के पड़ोसी हिंदू देश नेपाल की ताजा जनगणना रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले एक दशक में नेपाल में हिंदुओं और बौद्धों की आबादी में मामूली गिरावट आई है। वहीं, मुस्लिम और ईसाइयों की आबादी में बढ़ोतरी हुई है।
देश 15 लाख मुस्लिम
नेपाल में 2021 में हुई जनगणना के मुताबिक, नेपाल में करीब 15 लाख मुस्लिम रहते हैं, जो वहां की आबादी का 5.09 फीसदी है। वहीं, आंकड़ों के मुताबिक, 2011 में नेपाल में मुस्लिम आबादी 4.39 फीसदी थी। आसान भाषा में कहें तो एक दशक में नेपाल में मुस्लिम आबादी करीब 0.69 फीसदी बढ़ी है।
अमेरिका स्थित प्यू रिसर्च सेंटर के मुताबिक, अगर मुसलमानों की आबादी इसी तरह बढ़ती रही तो वह समय दूर नहीं जब दुनिया में सबसे ज्यादा मुसलमान यहीं होंगे। जिस गति से मुस्लिम आबादी बढ़ रही है, उसके अनुसार वर्ष 2070 तक दुनिया में सबसे अधिक लोग इस्लाम के अनुयायी होंगे।
नेपाल में हिंदू धर्म प्रमुख
आपको बता दें कि नेपाल की अधिकांश मुस्लिम आबादी तराई क्षेत्र में रहती है। बाकी मुख्य रूप से काठमांडू, गोरखा शहर और पश्चिमी पहाड़ियों में पाए जाते हैं। आज नेपाल में हिंदू धर्म और बौद्ध धर्म के बाद इस्लाम तीसरा सबसे बड़ा धर्म है। 2021 की जनगणना रिपोर्ट के अनुसार नेपाल में हिंदू धर्म प्रमुख धर्म है, जो कुल आबादी का 81.19 प्रतिशत है। वहीं, रिपोर्ट के अनुसार देश में हिंदू धर्म को मानने वाले करीब दो करोड़, 37 लाख लोग हैं।
वहीं, नेपाल में बौद्ध धर्म दूसरा सबसे बड़ा धर्म है, जिसके करीब 24 लाख अनुयायी हैं, जो नेपाल की कुल आबादी का 8.2 प्रतिशत है। इसके अलावा, इस्लाम को करीब 14,8300 लोग मानते हैं और यह कुल आबादी के 5.09 प्रतिशत के साथ तीसरा सबसे अधिक पालन किया जाने वाला धर्म है।
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