India News (इंडिया न्यूज), India Relief Package To Pakistan : पहलगाम में हुए आतंकी हमले का जवाब देते हुए भारत की तरफ से ‘ऑपरेशन सिंदूर’ चलाया गया, जिसमें पाकिस्तान के अंदर घूसकर आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया गया। उसके बाद आतंकियों की मदद गाह रही पाक सेना ने भारत पर ड्रोन और मिसाइलों से हमला कर दिया लेकिन उन सभी को हवा में ही मार गिराया गया।

फिलहाल दोनों देशों के बीच सीजफायर हो गया है लेकिन पाकिस्तान पर भरोसा नहीं किया जा सकता है। वैसे बता दें कि इससे पहले मुंबई में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान को सैकड़ों करोड़ रुपये व अनाज की मदद दी थी।

भारत ने दिए थे पाकिस्तान को सैकड़ों करोड़ रुपये

दरअसल, 26 नवंबर 2008 को एक दर्जन से ज्यादा पाकिस्तानी आतंकियों ने पूरे मुंबई शहर में तबाही मचाई थी और 150 से ज्यादा बेगुनाह लोगों की हत्या कर दी थी। बाद में सुरक्षा बलों ने सभी आतंकियों को मार गिराया था, जबकि कसाब को गिरफ्तार कर मौत की सजा सुनाई गई थी।

इसके बाद सितंबर 2010 में पाकिस्तान के कई इलाके भीषण बाढ़ की चपेट में आ गए थे। उस समय भारत की यूपीए सरकार ने पाकिस्तान को 70 लाख डॉलर (करीब 600 करोड़ रुपए) की मदद भेजी थी। तब तत्कालीन विदेश मंत्री एसएम कृष्णा ने संसद को बताया था कि भारत ने संयुक्त राष्ट्र के जरिए 50 लाख डॉलर की मदद भेजी है, जबकि 20 लाख डॉलर सीधे पाकिस्तान को भेजे गए हैं।

तत्कालीन विदेश मंत्री ने देश को बताया था कि पाकिस्तान को कुल 2.5 करोड़ डॉलर (करीब 215 करोड़ रुपए) की मदद भेजी गई है। इसमें से 20 मिलियन डॉलर सीधे और 5 मिलियन डॉलर संयुक्त राष्ट्र के जरिए भेजे गए हैं।

पाकिस्तान पर आ गया था कांग्रेस को तरस!

पाकिस्तान से आए आतंकवादियों द्वारा निर्दोष लोगों की हत्या के बाद भी कांग्रेस सरकार पड़ोसी देश के लिए दुखी थी। विदेश मंत्री एसएम कृष्णा ने संसद में कहा था कि पड़ोसी देश गंभीर मानवीय संकट का सामना कर रहा है और हम इससे अनजान नहीं रह सकते।

उन्होंने पाकिस्तान के विदेश मंत्री को भी फोन किया था और वहां की जनता और सरकार के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की थी। उन्होंने साफ कहा था कि भारत इस मुश्किल घड़ी में पाकिस्तान के साथ खड़ा है।

ऑपरेशन सिंदूर : भारत की सेना ने दुनिया को दिखाया अपना दम, एक झटके में पाकिस्तान को कर दिया चारों खाने चित्त

‘एक मजहब ही नहीं, मंदिर-गुरुद्वारा सबको…’, पाकिस्तान पर जमकर भड़के उमर अब्दुल्ला, क्या कहा