India News (इंडिया न्यूज), Jammu Kashmir Terror Attack: पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद से ही पाकिस्तान के मंत्रियों के बेतुके बयान सामने आ रहे हैं जिसमें युद्ध, परमाणु हमला और खून-खराबे तक की बात कही गई। पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने पहलगाम आतंकी हमले पर बेतुका बयान दिया है। उन्होंने कहा कि अब ऐसा लग रहा है कि भारत ने अपने दम पर यह हमला किया है और इस हमले में पाकिस्तान को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है। इसके साथ ही पूर्व पाकिस्तानी क्रिकेटर शाहिद अफरीदी ने भी लगभग यही बात कही। लेकिन इन सबके बीच पाकिस्तानी राजनेता भी डरे हुए नजर आ रहे हैं। और इस डर का एक वीडियो वायरल हो रहा है।
‘अगर युद्ध हुआ तो मैं लंदन भाग जाऊंगा’
सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें एक पाकिस्तानी रिपोर्टर एक पाकिस्तानी मंत्री से पूछता है कि अगर युद्ध हुआ तो क्या आप हथियार लेकर लड़ने के लिए सीमा पर जाएंगे? इस पर यह पाकिस्तानी मंत्री कहता है कि नहीं, अगर भारत से युद्ध हुआ तो मैं लंदन भाग जाऊंगा। इसके बाद रिपोर्टर पूछता है कि इन हालात में क्या आपको नहीं लगता कि मोदी जी को पीछे हट जाना चाहिए ताकि हालात सामान्य हो जाएं। इस पर मंत्री कहते हैं कि मोदी मेरी खाला का बेटा है, जो मेरे कहने से पीछे जाएगा?
पहलगाम हमले की जांच में रूस और चीन को शामिल करना चाहता है पाकिस्तान
पहलगाम आतंकी हमले की जांच में रूस और चीन को शामिल करना चाहता है पाकिस्तान। समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, रूसी सरकार द्वारा संचालित आरआईए नोवोस्ती समाचार एजेंसी को दिए गए एक हालिया साक्षात्कार में पाकिस्तानी रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा, “मुझे लगता है कि रूस या चीन या यहां तक कि पश्चिमी देश भी इस संकट में बहुत सकारात्मक भूमिका निभा सकते हैं और वे एक जांच दल भी बना सकते हैं, जिसे यह जांच करने का काम सौंपा जाना चाहिए कि भारत या मोदी झूठ बोल रहे हैं या सच। एक अंतरराष्ट्रीय दल को पता लगाने दें।”
प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ ने की यह मांग
ख्वाजा आसिफ ने कहा कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ ने भी अंतरराष्ट्रीय जांच का प्रस्ताव दिया है। समाचार एजेंसी ने ख्वाजा के हवाले से कहा, “पता लगाइए कि भारत में, कश्मीर में इस घटना के लिए कौन दोषी है और कौन इसे अंजाम दे रहा है। बातचीत या खोखले बयानों का कोई असर नहीं होता। कोई सबूत तो होना ही चाहिए कि इसमें पाकिस्तान का हाथ है या इन लोगों को पाकिस्तान का समर्थन था? ये सिर्फ बयान हैं, खोखले बयान और कुछ नहीं।”