India News (इंडिया न्यूज), Rafale Fighter Jets Operation Sindoor: 7 मई की सुबह ने देशवासियों के दिल में ठंडक डाल दी। सुबह-सुबह भारत के लोगों को ये खबर मिली कि, भारतीय वायुसेना ने एक सीक्रेट मिशन ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) और पाकिस्तान के अंदर मौजूद आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के ठिकानों पर जबरदस्त हमला किया है। यह ऑपरेशन 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले का जवाब था। इस कार्रवाई में भारतीय वायुसेना के सबसे आधुनिक और खतरनाक लड़ाकू विमान राफेल ने अहम भूमिका निभाई है। जिसके बारे में हम आपको बताने जा रहे हैं।
कितनी है राफेल की गति?
राफेल की खतरनाक क्षमता और सुपर सोनिक स्पीड के चलते इस मिशन को महज कुछ ही मिनटों में अंजाम दे दिया गया। जानकारी के अनुसार, अंबाला एयरबेस से लाहौर की दूरी करीब 300 किलोमीटर है और राफेल जेट्स अपनी अधिकतम गति, जो लगभग 2,222 किलोमीटर प्रति घंटा है, से उड़ान भरते हैं। इस रफ्तार से राफेल पाकिस्तान की सीमा में केवल 10 से 12 मिनट में पहुंच गया और टारगेट पर सटीक हमला कर वापस लौट आया।
राफेल भारतीय वायुसेना की सबसे घातक हथियार
राफेल फाइटर जेट्स भारतीय वायुसेना की सबसे घातक संपत्ति माने जाते हैं। ये विमान एयर टू एयर और एयर टू ग्राउंड हमले की जबरदस्त क्षमता रखते हैं। राफेल में 150 किलोमीटर रेंज तक मार करने वाली एयर टू एयर मिसाइलें तैनात होती हैं, जो दुश्मन को काफी दूरी से ही ढेर कर सकती हैं। इसके अलावा, इसमें 500 किलोमीटर तक मार करने वाली स्कैल्प क्रूज मिसाइल भी शामिल है, जिससे यह ज़मीन पर मौजूद टारगेट्स को भी सटीकता से नेस्तनाबूद कर सकता है।
राफेल इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर सिस्टम से भी युक्त
राफेल न केवल ताकतवर हथियारों से लैस है, बल्कि यह इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर सिस्टम से भी युक्त है, जो इसे दुश्मन के रडार और मिसाइल अटैक से बचाता है। यही नहीं, यह किसी भी मौसम में कार्रवाई करने की क्षमता रखता है, जिससे यह हर ऑपरेशन के लिए एकदम परफेक्ट बना है। भारत का यह तेज़, सटीक और खतरनाक जवाब न सिर्फ आतंकी संगठनों के लिए चेतावनी है, बल्कि देश की सैन्य ताकत का एक बेहतरीन प्रदर्शन भी है।