India News (इंडिया न्यूज),Woman Alive in Coffin: एक महिला की मौत की अनोखी कहानी चर्चा में आई है। दरअसल, महिला की मौत के बाद परिवार वालों ने उसे दफना दिया, लेकिन 11 दिन बाद कब्रिस्तान के पास रहने वाले लोगों ने बताया कि कब्र से आवाजें आ रही हैं। ऐसे में जब कब्र खोदकर जांच की गई तो लोग हैरान रह गए। जब लोग मर जाते हैं तो उन्हें धार्मिक मान्यताओं के अनुसार दफनाया जाता है या उनका अंतिम संस्कार किया जाता है।
इसी तरह रोसेंजेला अल्मेडा नाम की महिला की जब मौत हुई तो उसके परिवार ने उसके शव को ताबूत में रखकर दफना दिया। शव पर पूरी तरह प्लास्टर भी किया गया था। महिला को दफनाए 11 दिन बीत चुके थे।
दफना दिया गया जिंदा
बता दें स्थिति तब अजीब हो गई जब कब्रिस्तान के पास रहने वाले लोगों ने बताया कि उन्हें कब्र से आवाजें आ रही हैं। यह जानकर परिवार हैरान रह गया। उसके परिवार ने आखिरकार पत्थर की कब्र को तोड़ा और अंदर रोसांगेला को बेजान पाया। लेकिन उसकी हालत को देखते हुए, यह संदेह है कि उसे गलती से जिंदा दफना दिया गया था।
घायल कलाई, ताबूत में खून
माना जा रहा है कि यह महिला ग्यारह दिनों तक अपने ताबूत के अंदर बेहोश पड़ी रही और फिर बाहर निकलने की कोशिश करती रही। 37 वर्षीय रोसंगेला अल्मेडा बाहर निकलने की कोशिश करते हुए चीखती रही। इस दौरान उसकी कलाई में चोट लग गई। जब उसका शव पूर्वोत्तर ब्राजील के रियाचाओ दास नेवेस के कब्रिस्तान से निकाला गया तो ताबूत के अंदर खून मिला।
गर्म थे महिला के पैर
सामने आए वीडियो में लोग महिला को ताबूत से बाहर निकाल रहे हैं और कुछ लोग एंबुलेंस बुलाने के लिए कह रहे हैं जबकि कुछ लोग महिला के पैर छूकर कह रहे हैं कि कितना गर्म है। हालांकि, उसे जल्द ही अस्पताल ले जाया गया जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया और अगले दिन उसे फिर से दफना दिया गया।
लोगों ने कब्र से सुनी थीं चीखें
कब्रिस्तान के पास रहने वाले लोगों ने रोसंगेला के परिवार को दफनाए जाने के 11 दिन बाद कब्र के अंदर से चीखें आने की सूचना दी थी। महिला के हाथ और माथे पर चोट के निशान थे, जिससे पता चलता है कि उसने ताबूत से बाहर निकलने की कोशिश की थी। उसके कान और नाक में लगी रूई भी उसके शरीर से बाहर निकल गई थी।
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