India News (इंडिया न्यूज), Sindoor Plant: आज 05 जून 2025 को देशभर में विश्व पर्यावरण दिवस मनाया जा रहा है। इस खास मौके पर PM मोदी ने अपने घर 7, लोक कल्याण मार्ग, दिल्ली पर एक सिंदूर का पेड़ उगाया है। दरअसल, हाल ही में कच्छ की अपनी यात्रा के दौरान 1971 के युद्ध में उल्लेखनीय साहस दिखाने वाली महिलाओं के एक समूह ने प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात की और उन्हें सिंदूर के पौधे भेंट किए। प्रधानमंत्री मोदी इस भाव से अभिभूत हो गए और उन्होंने कहा कि वह अपने आवास पर यह सिंदूर का पौधा लगाएंगे। ऐसे में आइए आपको बताते हैं कि सिंदूर का पौधा क्या है और इसके क्या फायदे हैं?
क्या है सिंदूर के पौधे का वैज्ञानिक नाम?
सिंदूर के पौधे का वैज्ञानिक नाम बिक्सा ओरेलाना है, जो एक औषधीय और रंग देने वाला पौधा है। इस पौधे को अंग्रेजी में “कमिला ट्री” या “कुमकुम ट्री” कहा जाता है। इसे आम बोलचाल में “सिंदूरी”, “लाट दुर्गा” या “अन्नाटो” भी कहा जाता है। इसमें लाल फल लगते हैं, जिनका पाउडर और तरल रूप में सिंदूर या लिपस्टिक बनाने के लिए उपयोग किया जाता है।
सिंदूर के पौधे क्यों है खास?
सिंदूर के इस पौधे को विज्ञान की भाषा में बिक्सा ओरेलाना कहा जाता है। ये बिक्सेसी परिवार से जुड़ा हुआ है। इस पौधे को सबसे पहले दक्षिण अमेरिका में उगाया गया है। ये पौधा भारत में ओडिशा, मध्य प्रदेश, झारखंड और छत्तीसगढ़ में उगाया जाता है। इस पौधे का प्राकृतिक रंग लाल-नारंगी रंग होता है। इसके अलावा अगर हम इस रंग के उपयोग की बात करें तो ये सिंदूर, खाद्य रंग, सौंदर्य प्रसाधन के लिए यूज़ होता है।
क्या होते हैं सिंदूर के पौधे के गुण?
सिंदूर का पौधा बहुत तरह से लाभकारी हो सकता है। इसमें एंटीबायोटिक और एंटीसेप्टिक तत्व पाए जाते हैं। इसका इस्तेमाल त्वचा रोग, बुखार और उच्च रक्तचाप में उपयोग किया जाता है। इसके अलावा आयुर्वेद में इसका उपयोग पाचन और त्वचा विकारों में किया जाता है।
सिंदूर के पौधे के उपयोग
सिंदूर के पौधे का उपयोग विवाह या धार्मिक अवसरों पर सिंदूर के रूप में किया जाता है। इसके साथ ही ये लिपस्टिक, खाद्य रंग और मसालों को रंगने के लिए भी उपयोग होता है। सिंदूर को उपचार के पारंपरिक आदिवासी तरीकों में भी किया इस्तेमाल किया जाता है।
कैसा होता है ये पौधा?
यह एक मध्यम आकार का सदाबहार झाड़ी या पेड़ है। इसकी ऊंचाई लगभग 3 से 6 मीटर होती है। पत्ते दिल के आकार के, हरे और चमकदार होते हैं। फूल गुलाबी या बैंगनी रंग के होते हैं। फल हरे रंग के होते हैं, जो पकने पर लाल-भूरे रंग के हो जाते हैं और फूट जाते हैं। बीजों पर एक मोटा लाल आवरण होता है – इसे सिंदूर कहते हैं। सिंदूर के पौधे के बीजों से प्राप्त रंग “एनाट्टो” पूरी दुनिया में प्राकृतिक रंग के रूप में प्रसिद्ध है। यह सिंथेटिक रंगों का एक स्वस्थ विकल्प है।