India News (इंडिया न्यूज), Story Of Maharana Pratap Son: एक समय था जब भारत में मुगल भी रहते थे। लेकिन हिन्दू राजा मुगलों के बीच कभी नहीं बनती थी। भारत का राज्य राजस्थान राजाओं के लिए जाना जाता है। और राजस्थान के राजा तो मुगलों से कट्टर दुश्मनी रखते थे। लेकिन आपको ये बात जानकार हैरानी होगी कि राजस्थान का एक ऐसा राजा भी था, जिसके पिता मुगलों को देखते ही उनसे दुश्मनी मोल ले लेते थे, लेकिन वहीं दूसरी तरफ उनके बेटे ने मुगल राजा की बेटी संग शादी रचाई। अब हम आपको बता दें कि हम राजस्थान के महाराणा अमर सिंह की बात कर रहे हैं। अमर सिंह एक महान राजा थे वो मेवाड़ साम्राज्य के 14वें राणा भी थे। वे राजस्थान के वीर शासक महाराणा प्रताप के पुत्र थे। महाराणा प्रताप के बाद उन्होंने 1597 से 1620 तक मेवाड़ पर राज किया। अपने पिता की राह पर चलते हुए उन्होंने कई मुगल शासकों से युद्ध भी किया। लेकिन बाद में शांति स्थापित करने के लिए उन्होंने मुगल राजा अकबर की बेटी शहजादी खानम बेगम से शादी कर ली।
शादी से पहले हुआ था युद्ध
जबकि महाराणा अमर सिंह ने शादी से पहले अकबर और उसके बेटे जहांगीर से युद्ध लड़े थे। 1597 में महाराणा प्रताप की मृत्यु के बाद अमर सिंह उनके उत्तराधिकारी बने। आज भी जब मेवाड़ की पहाड़ियों में मुगल सेनाओं पर छापामार कार्रवाई करके हमला करने की बात आती है तो महाराणा अमर सिंह का नाम सबसे पहले आता है।
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इसलिए बनाया गया मुगलों की बेटी को बहु?
इतिहासकारों का कहना है कि उनकी शादी मर्जी से नहीं हुई थी, बल्कि मुस्लिम शासक राजपूत राजाओं के लगातार हमलों से तंग आ चुके थे। ऐसे में मुगल और राजपूत शासकों के बीच संधि कराने के लिए यह शादी हुई थी। हालांकि, इस शादी के बाद 1615 ई. में यह समझौता भी हुआ कि मेवाड़ के राणा मुगलों से वैवाहिक संबंध नहीं बनाएंगे। इसके बाद चित्तौड़ और मेवाड़ के मुगल कब्जे वाले इलाके राणा को वापस कर दिए गए।