बिज़नेस डेस्क/नई दिल्ली (SVB Crisis: HSBC acquires Silicon Valley Bank’s UK unit for £1) : अमेरिका की बड़ी बैंकों में शुमार सिलिकॉन वैली बैंक (SVB) के दिवालिया होने के बाद जहां एक तरफ इस बैंक के ग्राहकों को अपने पैसों की चिंता सताए जा रही है, वहीं दूसरी तरफ एसवीबी की यूके यूनिट को तिनके का सहारा मिला है। एसवीबी की यूके यूनिट को एचएसबीसी बैंक ने 1 यूरो यानी मात्र 99 रुपए में खरीद लिया है। 10 मार्च को यूएस की डिपार्टमेंट ऑफ फाइनेंशियल प्रोटेक्शन और इनोवेशन ने एसवीबी को बंद कर दिया था और सभी तरह की लेन देन पर रोक लगा दी थी।
- यूके की सरकार और एचएसबीसी के बीच डील
- एसवीबी यूके यूनिट के पास कितना लोन और डिपॉजिट
- डिपॉजिटर्स को मिली राहत
यूके की सरकार और एचएसबीसी के बीच डील
यह डील आज सुबह ही बैंक ऑफ इंग्लैंड और एचएसबीसी के बीच हुई है। ब्रिटेन के वित्त मंत्री जेरेमी हंट ने ट्वीट करते हुए बताया कि इस डील को सरकार और बैंक ऑफ इंग्लैंड ने फैसिलिटेट किया है। हंट ग्राहको को भरोसा देते हुए बताया कि एचएसबीसी यूरोप का सबसे बड़ा बैंक है और अधिग्रहण के बाद, अब एसवीबी के ग्राहकों को सुरक्षित महसूस करना चाहिए।
एसवीबी यूके यूनिट के पास कितना लोन और डिपॉजिट
एसवीबी यूके के पास 10 मार्च, 2023 तक लगभग 5.5 अरब पाउंड का लोन और लगभग 6.7 अरब पाउंड का डिपॉजिट था। 31 दिसंबर, 2022 को समाप्त होने वाले वित्तीय वर्ष के लिए, एसबीवी बैंक की यूके यूनिट ने 88 मिलियन यूरो का कर पूर्व लाभ दर्ज किया। एचएसबीसी के मुताबिक एसवीबी यूके की टैंजिबल इक्विटी लगभग 1.4 बिलियन पाउंड होने की उम्मीद है।
डिपॉजिटर्स को मिली राहत
सिलिकॉन वैली के ज्यादातर ग्राहक स्टार्टअप और टेक कंपनियां है। अगर सिर्फ भारत के कंपनियों की बात करें तो एसबीवी बैंक के डूबने से भारत की 60 से ज्यादा स्टार्टअप को वित्तीय संकट का सामना करना पड़ रहा था। यूसी की ओर से इस बैंक से किसी भी तरह की लेन देन पर लगी रोक का असर अब इस डील के बाद एसवीबी के यूके ब्रांच पर नहीं पड़ेगा। एचएसबीसी के अधिग्रहण के बाद सारी गतिविधियां सामान्य तरीके से संचालित होती रहेंगी। इसका मतलब एचएसबीसी ने यूके यूनिट में संजीवनी की तरह काम किया है और यूके के जिन कस्टमर्स और बिजनेसेज का एसवीबी यूके में पैसा जमा है, वे इसे अन्य बैंकिंग सर्विसेज के साथ एक्सेस कर सकेंगे।
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