बिजनेस डेस्क/नई दिल्ली (Tea Export: India’s total contribution to global tea production is 23%) : वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय ने भारत के निर्यात से जुड़ी एक बड़ी साझा की है। मंत्रालय के अनुसार वित्त वर्ष 2022-23 में भारत के चाय का निर्यात उसके निर्धारित लक्ष्य से 95 फीसदी ज्यादा तक हासिल कर लेने की उम्मीद है। आपको बता दें कि 2022-23 का वित्त वर्ष को खत्म होने में अब सिर्फ 28 दिन बाकी रह गए हैं। अगले महीने 1 अप्रैल से नया वित्त वर्ष (FY24) शुरू हो जाएगा।
- चुनौतियों के बावजूद लक्ष्य हासिल करने की उम्मीद
- सबसे बड़ा निर्यातक के साथ भारत सबसे बड़ा उपभोक्ता भी
- चाय उद्योग से जुड़े 1.16 करोड़ कर्मचारी
चुनौतियों के बावजूद लक्ष्य हासिल करने की उम्मीद
वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय ने कहा कि 2022-23 में तमाम तरह कि भू-राजनीतिक, भू-आर्थिक और तार्किक चुनौतियों जैसे तमाम मुश्किलों के बावजूद भारत का चाय निर्यात 883 करोड़ अमरीकी डालर के निर्धारित लक्ष्य का 95 प्रतिशत से अधिक हासिल कर लेने की उम्मीद है। मंत्रालय ने आज एक विज्ञप्ति जारी करते हुए कहा कि कंटेनरों की कमी जैसी लॉजिस्टिक बाधाओं को भी अब सुचारू कर दिया गया है। मंत्रालय ने कहा कि भारत का चाय निर्यात, अंतरराष्ट्रीय बाजारों में मजबूती से प्रतिस्पर्धा कर रहा है और खुद के लिए एक जगह बनाने में सक्षम है।
सबसे बड़ा निर्यातक के साथ भारत सबसे बड़ा उपभोक्ता भी
आकड़ो की माने तो भारत दुनिया में सबसे बड़ा चाय का उत्पादक है। भारत लगभग 1,350 करोड़ किलोग्राम चाय का उत्पादन करता है। इसके अलावा भारत काली चाय का दुनिया में सबसे बड़ा उत्पादक है देश में घरेलू आवश्यकताओं और निर्यात दायित्वों को पूरा करने के लिए आत्मनिर्भर है। भारत काली चाय का सबसे बड़ा उपभोक्ता भी है और दुनिया की कुल चाय खपत का लगभग 18 प्रतिशत उपभोग करता है।
चाय उद्योग से जुड़े 1.16 करोड़ कर्मचारी
आपको बता दें कि भारत की चाय को 25 से ज्यादा देशों में निर्यात किया जाता है। भारत बड़ी संख्या में घरेलू उपभोक्ताओं की जरूरतों को पूरा करने वाला चौथा सबसे बड़ा चाय निर्यातक है। आकड़ों के अनुसार भारतीय चाय उद्योग में प्रत्यक्ष रूप से 1.16 करोड़ कर्मचारी कार्यरत हैं और इतने ही लोग इससे अप्रत्यक्ष रूप से जुड़े हुए हैं। वैश्विक चाय उत्पादन में भारत का कुल योगदान 23 प्रतिशत है।
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