India News (इंडिया न्यूज), Fact Check Of Viral Video: तुलसी पीठ के संस्थापक और जगद्गुरु रामभद्राचार्य महाराज शुक्रवार को मध्य प्रदेश के ओरछा में थे, जहां वे बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की सनातन हिंदू एकता पदयात्रा में शामिल होने आए थे। यहां लोगों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस का पंजा अब खूनी हो चुका है। उन्होंने आगे आरोप लगाया कि प्रियंका गांधी अभी केरल के वायनाड से जीती हैं। जीतते ही उनके मीडिया प्रभारी ने उनके सम्मान में एक निर्दोष गाय को गोली मार दी। उन्होंने आगे कहा, ‘पहली बार जीती हैं, तो उन्होंने हमें तोहफा दिया है। अगर वे बार-बार जीतते रहे तो क्या होगा, ऐसा लगता है न गाय बचेगी और न ही हिंदू। लेकिन हम उनसे वादा करते हैं कि हम उनकी मंशा को सफल नहीं होने देंगे।
रामभद्राचार्य जी के दावे की सच्चाई
प्रियंका गांधी की जीत पर गाय को गोली मारने की जिस घटना का जिक्र रामभद्राचार्य जी ने किया, वह सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में बताई जा रही है। दावा किया जा रहा है कि प्रियंका गांधी की जीत से खुश केरल कांग्रेस के मीडिया प्रभारी मोहम्मद मुजाहिद इस्लाम ने गाय के सिर में दो बार गोली मारकर उसे मार डाला। हालांकि, सच्चाई कुछ और ही है। इस दावे पर भरोसा करते हुए भद्राचार्य जी ने भी गाय को गोली मारने की बात कही।
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जमकर वायरल हो रहा वायरल
वायरल वीडियो में एक व्यक्ति गाय के सिर में गोली मारता हुआ दिखाई दे रहा है। जब बंदूक की पहली गोली से गाय नहीं मरती तो वह व्यक्ति उसे दूसरी गोली मारकर बेरहमी से मार देता है। वीडियो में गोली लगने के बाद गाय दर्द से तड़पती हुई देखी जा सकती है। इस वीडियो को यह कहकर वायरल किया जा रहा है कि ‘यह बर्बर व्यक्ति केरल कांग्रेस के मीडिया प्रभारी मोहम्मद मुजाहिद इस्लाम है। उसने प्रियंका गांधी की जीत का जश्न मनाने के लिए गाय के सिर में गोली मार दी। इस वीडियो को तब तक शेयर करें जब तक कि यह भारत के गृह मंत्रालय तक न पहुंच जाए और उसे गिरफ्तार न कर लिया जाए।’
क्या है इस वीडियो की सच्चाई?
इस वीडियो के फ्रेम को गूगल पर रिवर्स इमेज सर्च किया तो पाया कि यह वीडियो कम से कम छह महीने पुराना है और इसका वायनाड में प्रियंका की जीत से कोई लेना-देना नहीं है। और सबसे खास बात यह है कि यह वीडियो केरल का नहीं बल्कि मणिपुर का है। यह वीडियो मई के महीने में भी वायरल हुआ था और उस समय की ज्यादातर पोस्ट को देखने से पता चलता है कि यह वीडियो मणिपुर में चल रहे कुकी और मैतेई संघर्ष से जुड़ा है, जब एक पक्ष के अपराधी ने दूसरे पक्ष को भड़काने के लिए इस तरह से गाय को मार डाला था।
हालांकि, सच्चाई सामने आने के बावजूद कुछ लोग जानबूझकर उस वीडियो को सोशल मीडिया पर वायरल कर रहे हैं और कह रहे हैं कि यह वायनाड में लोकसभा उपचुनाव में प्रियंका गांधी की जीत के बाद का है। जबकि इसका केरल और प्रियंका गांधी दोनों से कोई लेना-देना नहीं है।
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