India News (इंडिया न्यूज), Trending News:  कहते हैं कि सच्चे दोस्त की पहचान मुसीबत में होती है। एक सच्चा दोस्त अपने दोस्त की मदद के लिए कुछ भी करने को तैयार रहता है। अब इसका एक ऐसा उदाहरण सामने आया है, जिसके बारे में जानकर आपको यकीन नहीं होगा। यह पूरा मामला ब्रिटेन का है। यहां एक महिला ने अपनी दोस्त की जान बचाने के लिए ऐसा काम किया है, जिसके बारे में जानकर आप हैरान रह जाएंगे। महिला ने अपनी दोस्त के इलाज के लिए अपनी 16 सहेलियों के साथ मिलकर न्यूड कैलेंडर तैयार किया। यह कैलेंडर फंड जुटाने के लिए तैयार किया गया है।

इलाज के लिए चाहिए थे 32 लाख रुपये

महिला की दोस्त एक दुर्लभ बीमारी से पीड़ित है। उसे इलाज के लिए 32 लाख रुपये की जरूरत है। पैसे जुटाने के लिए महिला ने अपनी सहेलियों के साथ मिलकर यह कदम उठाया। महिला की 32 वर्षीय दोस्त का नाम जेसिका रिग्स है, जो इंग्लैंड की रहने वाली है। जेसिका रिग्स को न्यूरो-क्रेनियो-वर्टेब्रल सिंड्रोम-फिलम नामक एक दुर्लभ बीमारी है। इस बीमारी में रीढ़ की हड्डी से जुड़े तंतुओं पर अधिक दबाव पड़ता है। इस बीमारी के कारण जेसिका को लकवा मार सकता है।

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मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक जेसिका ने बताया कि दुर्लभ बीमारी के इलाज के लिए उन्हें स्पेन जाना पड़ेगा। स्पेन में इस बीमारी का खास इलाज उपलब्ध है, लेकिन इसका खर्च करीब 32 लाख रुपये है। जेसिका के लिए इतने पैसे जुटाना मुश्किल था। ऐसे में उन्होंने अनोखा तरीका अपनाया।

कैसे आया न्यूड कैलेंडर का आइडिया?

जेसिका ने आगे बताया कि उनकी एक दोस्त ने मजाक में कहा था, मुझे न्यूड रहना पसंद है। जेसिका को इससे प्रेरणा मिली और उन्होंने कॉमेडी-ड्रामा फिल्म ‘कैलेंडर गर्ल्स’ से आइडिया लिया। उन्होंने अपनी 16 दोस्तों के साथ न्यूड पोज देते हुए कैलेंडर तैयार किया। इस कैलेंडर को बेचकर फंड जुटाया गया। इससे वे अब तक 21 लाख से ज्यादा जुटा चुकी हैं। हालांकि अभी कैलेंडर प्रकाशित नहीं हुआ है, लेकिन इस फोटोशूट की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो गई हैं।

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बीमारी के कारण नौकरी छूट गई

मीडिया से बात करते हुए जेसिका ने कहा कि यह सिर्फ पैसे जुटाने का तरीका नहीं था। उन्होंने कहा कि मैं चाहती हूं कि लोग मेरे कदम से सीखें कि यह आजादी और आत्मविश्वास का प्रतीक है। जेसिका को 22 साल की उम्र में ही इस दुर्लभ बीमारी के लक्षण दिखने लगे थे। कई डॉक्टर और न्यूरोलॉजिस्ट से मिलने के बाद भी उसकी बीमारी का कारण पता नहीं चल पाया। धीरे-धीरे उसकी हालत बिगड़ती गई और उसे मरीन बायोलॉजिस्ट की नौकरी छोड़नी पड़ी।