India News (इंडिया न्यूज), Ghaziabad Viral News: उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में एक अजीब और हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है, जो ठगी और धोखाधड़ी की नई कहानी को उजागर करता है। एक महिला, जो गंदे कपड़े पहनकर झोपड़ी में रहती थी और गरीबों के जैसे जीवन जीने का ढोंग करती थी, दरअसल एक ठगी गिरोह की मुख्य सदस्य निकली। पुलिस की पूछताछ में पता चला कि महिला का नाम पायल था और वह एक ठग गिरोह की सरगना थी, जो सोने के नकली सिक्कों के नाम पर लोगों से लाखों की ठगी करती थी।
कैसे काम करता था ठगी का यह गिरोह?
यह गिरोह झुग्गी-झोपड़ी में रहने का ढोंग करता था और एक जगह से दूसरी जगह जाकर ठगी की वारदातों को अंजाम देता था। पुलिस ने इस गिरोह के 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिसमें एक महिला और 5 युवक शामिल हैं। यह गिरोह मध्य प्रदेश के कटनी जिले का रहने वाला है और इनके द्वारा किए गए ठगी के मामलों की जांच की जा रही है।
पायल और उसके साथियों का तरीका बहुत ही चालाक था। वह लोगों को यह भरोसा दिलाती थी कि उसके पास सोने के सिक्के हैं, जिन्हें वह बेचना चाहती है। इस जाल में फंसने के बाद, ठग पीड़ित से मोटी रकम ले लेते थे और फिर फरार हो जाते थे।
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आगरा के एक शख्स से हुई 9 लाख की ठगी
पुलिस के मुताबिक, इस गिरोह ने एक आगरा के शख्स से 9 लाख रुपये की ठगी की थी। महिला ने उस व्यक्ति से शिव कथा के कार्यक्रम के दौरान मुलाकात की और बताया कि उसके पास 300 ग्राम सोने के सिक्के हैं, जिन्हें वह बेचना चाहती है। महिला की बातों में आकर वह शख्स उसके बताए स्थान पर पैसे लेकर पहुंचा, लेकिन वहां उसका सामना गिरोह के बाकी सदस्यों से हुआ जिन्होंने उसे धोखा देकर 9 लाख रुपये ऐंठ लिए और फरार हो गए।
पुलिस को जानकारी मिलने के बाद, उन्होंने तत्काल कार्रवाई की और सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों के पास से कुल 2 लाख 45 हजार रुपये नकद बरामद किए गए। यह राशि ठगी के अन्य मामलों से जुड़ी थी, जिन्हें उन्होंने हाल ही में अंजाम दिया था।
गिरोह के सदस्य और उनकी रणनीतियां
पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपी घुमंतू जाति से हैं और ये सभी एक संगठित गिरोह के रूप में काम कर रहे थे। गिरोह के सदस्य अलग-अलग स्थानों पर अपनी झुग्गी-झोपड़ी लगाकर लोगों को ठगते थे। यह गिरोह खासतौर पर उन लोगों को निशाना बनाता था जो आर्थिक रूप से कमजोर होते थे या जिन्होंने कभी ठगी के ऐसे मामलों का सामना नहीं किया था।
गिरोह की मुख्य सदस्य पायल ने इस प्रकार से कई लोगों से ठगी की थी। पुलिस ने बताया कि यह महिला शिव कथा जैसे धार्मिक आयोजनों में शामिल होती थी और वहां के शांति और भक्ति के माहौल का फायदा उठाकर लोगों से भरोसा जीतती थी। इसके बाद वह उन्हें नकली सोने के सिक्के बेचने का झांसा देती थी।
आगे क्या होगा?
पुलिस ने गिरोह के सभी 6 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, लेकिन एक आरोपी अभी भी फरार है। इस आरोपी को गिरोह के अन्य सदस्य “बाबा” के नाम से जानते हैं। पुलिस की टीम इस शख्स की तलाश में जुटी हुई है।
एसीपी सिद्धार्थ गौतम ने बताया कि यह गिरोह एक के बाद एक वारदातों को अंजाम देता था, और इनकी योजना में जो ठगी की घटनाएँ शामिल थीं, वे पूरी तरह से एक गहरी चालाकी पर आधारित थीं। उन्होंने यह भी बताया कि गिरोह के सदस्यों के पास से कुछ नकदी और ठगी से हासिल किए गए अन्य सामान बरामद किए गए हैं।
गाजियाबाद की यह घटना हमें यह सिखाती है कि ठगी के मामले कहीं भी, किसी भी रूप में हो सकते हैं। ऐसे मामलों से बचने के लिए हमें हमेशा सतर्क रहना चाहिए और किसी भी “आकर्षक” ऑफर या झांसे में न फंसे। पुलिस की तत्परता और सटीक कार्रवाई के कारण इस गैंग का पर्दाफाश हुआ, और अब इन आरोपियों को कड़ी सजा दिलाने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।