India News (इंडिया न्यूज), Viral Video: जैसलमेर के मोहनगढ़ नहरी क्षेत्र में एक दुर्लभ भूगर्भीय घटना ने सबको चौंका दिया है। एक खेत में बोरवेल की खुदाई के दौरान जमीन फट गई और भारी प्रेशर के साथ पानी और गैस का बाहर आना शुरू हो गया। इस घटना में खुदाई के लिए इस्तेमाल की गई मशीन और ट्रक जमीन में धंस गए। पानी की धार इतनी प्रबल थी कि वह करीब 10 फीट ऊंची बौछार के रूप में बाहर निकल रही थी।

यह घटना जैसलमेर के मोहनगढ़ नहरी क्षेत्र के जोरा माइनर इलाके में विक्रम सिंह के खेत में हुई। ट्यूबवेल के लिए लगभग 250 मीटर (करीब 850 फीट) खुदाई हो चुकी थी जब अचानक जमीन फट गई। घटना इतनी तीव्र थी कि खुदाई में लगी मशीन और ट्रक का अधिकांश हिस्सा जमीन में समा गया। घटनास्थल पर मौजूद ग्रामीण इस अप्रत्याशित नजारे को देखकर घबरा गए। पानी का बहाव इतना तेज था कि यह खेत में नदी जैसा दृश्य उत्पन्न कर रहा था। प्रशासन ने तुरंत कार्रवाई करते हुए आसपास के क्षेत्रों को खाली करवा दिया।

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ग्राउंड वाटर बोर्ड

घटना की जानकारी मिलने पर ग्राउंड वाटर बोर्ड के वरिष्ठ भूजल वैज्ञानिक डॉ. नारायण दास इनखिया, उप तहसीलदार और कार्यपालक मजिस्ट्रेट ललित चारण समेत जिला प्रशासन की टीम ने घटनास्थल का दौरा किया। भूजल विभाग के अनुसार, इस घटना का कारण भूगर्भीय आर्टिजन कंडीशन हो सकता है। यह स्थिति तब उत्पन्न होती है जब भूगर्भीय चट्टानों में दबा पानी प्रेशर के कारण ऊपर की ओर फूटता है।

डॉ. इनखिया ने बताया कि भूगर्भीय सेंड स्टोन में दबे जल भंडारण में पंक्चर हो जाने के कारण यह स्थिति उत्पन्न हुई है। पानी स्लाइन (खारा) है और इसके साथ सफेद रंग की रेत भी बाहर आ रही है। पानी का यह प्रवाह लंबे समय तक जारी रह सकता है।

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जिला प्रशासन

जिला प्रशासन ने स्थिति पर नियंत्रण पाने के लिए तत्काल कदम उठाए। प्रभावित क्षेत्र के 500 मीटर की परिधि में आम लोगों और पशुओं के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है। क्षेत्र की निगरानी के लिए अस्थाई पुलिस चौकी लगाई गई है। तेल और गैस विशेषज्ञता वाली कंपनी ONGC से मदद के लिए संपर्क किया गया है ताकि गैस और पानी के रिसाव को नियंत्रित किया जा सके। प्रशासन ने चेतावनी जारी की है कि पानी और गैस के कारण स्थिति और बिगड़ सकती है।

भूजल और गैस का यह प्रवाह अगर जारी रहा तो आसपास के क्षेत्रों में धंसान का खतरा हो सकता है। गैस के रिसाव से स्वास्थ्य और सुरक्षा को खतरा हो सकता है। प्रशासन ने चेतावनी दी है कि गड्ढे में फंसे ट्रक को हटाने का प्रयास करने से गैस का रिसाव बढ़ सकता है। यह भूगर्भीय घटना न केवल जैसलमेर के लिए बल्कि वैज्ञानिक और प्रशासनिक दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण है। भूगर्भीय प्रक्रियाओं को समझने और प्राकृतिक संसाधनों के प्रबंधन के लिए यह घटना एक महत्वपूर्ण अध्ययन का विषय बन सकती है। फिलहाल, प्रशासन और विशेषज्ञ टीम मिलकर इस स्थिति को नियंत्रित करने का प्रयास कर रहे हैं।

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