India News (इंडिया न्यूज), Anda Cell In Jail: गुरुवार यानी 10 अप्रैल को भारत की राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) 26/11 आतंकी हमले के आरोपी तहव्वुर राणा को अमेरिका से भारत लेकर आई। NIA ने कल देर रात तहव्वुर राणा को पटियाला हाउस कोर्ट में पेश किया। तहव्वुर राणा पाकिस्तानी मूल का कनाडाई नागरिक है। वह 26/11 आतंकी हमले के आरोपी डेविड कोलमैन हेडली का सहयोगी है।
भारत में तहव्वुर राणा को तिहाड़ जेल के अंडा सेल में रखा जाएगा। यह वही सेल है, जहां 26/11 आतंकी हमले में जिंदा पकड़े गए एकमात्र आतंकी अजमल आमिर कसाब को रखा गया था। अंडा सेल बेहद खतरनाक माना जाता है। यहां से किसी भी अपराधी का भागना लगभग नामुमकिन है। इसलिए उस पर बाहर से हमला होने की भी कोई संभावना नहीं है। आइए आपको जेल के अंडा सेल के बारे में बताते हैं।
इसे अंडा सेल क्यों कहते हैं?
अंडा सेल का नाम सुनते ही लोगों के मन में सबसे पहला सवाल यही आता है कि इसका नाम अंडा सेल क्यों रखा गया है। तो आपको बता दें कि इसके पीछे एक बहुत ही साधारण कारण है। इस जेल सेल का आकार अंडे जैसा है और इसीलिए इसका नाम अंडा सेल रखा गया है।
इस अंडा सेल में कुख्यात आरोपियों और हाई प्रोफाइल अपराधियों को रखा जाता है। यह सेल खास तौर पर इन अपराधियों के लिए बनाई गई है। दिल्ली की तिहाड़ जेल में मौजूद अंडा सेल भारत की सबसे सुरक्षित सेल में से एक मानी जाती है।
इसे सबसे खतरनाक क्यों कहा जाता है?
सबसे सुरक्षित होने के साथ-साथ इस जेल सेल को सबसे खतरनाक भी माना जाता है। इस सेल में बिजली नहीं है। इसमें रहने वाले कैदियों को अंधेरे में रखा जाता है। इसके अलावा इस सेल में कैदियों को कोई सुविधा नहीं दी जाती है। उन्हें सोने के लिए सिर्फ एक बिस्तर दिया जाता है। सेल के बाहर बिजली की फेंसिंग है।
अंदर और बाहर दोनों जगह सुरक्षाकर्मी भी तैनात रहते हैं। इतना ही नहीं यह अंडा सेल बम प्रूफ है। यानी बम हमला भी इसे नुकसान नहीं पहुंचा सकता। आपको बता दें कि अंडा सेल सिर्फ तिहाड़ जेल में ही नहीं है। दरअसल, देश के विभिन्न राज्यों में स्थित केंद्रीय जेलों में अंडा सेल हैं।