India News (इंडिया न्यूज), Issac Newton Prediction: आप में से कितने लोग जानते हैं कि गुरुत्वाकर्षण के नियम का आविष्कार करने वाले प्रसिद्ध वैज्ञानिक आइजैक न्यूटन भी भविष्यवाणियां करते थे? और क्या आप ये जानते हैं कि उन्होंने दुनिया के खत्म होने की भविष्यवाणी की थी?
न्यूयॉर्क पोस्ट के अनुसार, आइजैक न्यूटन ने 1704 में एक पत्र लिखा था, जिसमें उन्होंने कहा था कि दुनिया साल 2060 में खत्म हो जाएगी, लेकिन उन्होंने अंत की जगह रीसेट शब्द का इस्तेमाल किया था।
2060 में रीसेट हो जाएगी दुनिया
न्यूटन ने अपने पत्र में लिखा था कि दुनिया साल 2060 में रीसेट हो जाएगी, जिससे पता चलता है कि दुनिया खत्म नहीं होगी, बल्कि एक नए युग में प्रवेश करेगी।
न्यूटन बाइबिल की बुक ऑफ डैनियल में दी गई तारीखों को मिलाकर इस नतीजे पर पहुंचे थे। अपने पत्र में उन्होंने कहा था कि 1260 साल की अवधि 800 ईस्वी से शुरू होगी और 2060 में खत्म होगी। हालांकि, ऐसा साल 2060 के बाद भी हो सकता है, लेकिन दुनिया के 2060 से पहले खत्म होने का कोई कारण नहीं है।
कैसे की भविष्यवाणी?
न्यूटन ने बुक ऑफ डैनियल में तारीखें पढ़ीं, जो 1260 साल की अवधि की थीं। सटीक तारीख जानने के लिए न्यूटन ने चर्च के अंत की तारीख 800 ईसवी पाई। यानी जब रोमन साम्राज्य का गठन हुआ था। उन्होंने इन तारीखों में 1200 साल और जोड़ दिए। पूरा योग घटाने के बाद जो निष्कर्ष निकला वो था 2060। यानी इस समय दुनिया खत्म हो जाएगी।
क्या था भविष्यवाणी मतलब?
न्यूटन की भविष्यवाणी में दुनिया के अंत का मतलब सब कुछ का विनाश नहीं था, बल्कि इसका मतलब था कि 2060 के बाद ईसा मसीह और संत आएंगे और धरती पर एक हजार साल तक शांतिपूर्ण साम्राज्य चलाएंगे। न्यूटन को वैज्ञानिक खोज करना जितना पसंद था, बाइबिल की भविष्यवाणियां भी उनके लिए उतनी ही महत्वपूर्ण थीं।
वैज्ञानिक न्यूटन एक धार्मिक व्यक्ति थे, इसलिए उनकी इन भविष्यवाणियों को तथ्यों पर आधारित नहीं माना जा सकता, लेकिन अब मन में ये सवाल जरूर उठता है कि क्या 2060 में हम कोई बड़ा बदलाव देखेंगे? क्या वाकई दुनिया फिर से शुरू होगी?
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