India News (इंडिया न्यूज)fighter jet: आधुनिक समय में लड़ाकू विमान किसी भी तरह के युद्ध में किसी भी देश के लिए रीढ़ की हड्डी का काम करते हैं। इनसे किसी भी दुश्मन के इलाके को चंद सेकेंड में तबाह किया जा सकता है। दुनिया भर के कई देश पांचवीं पीढ़ी के लड़ाकू विमानों का इस्तेमाल कर रहे हैं और छठी और सातवीं पीढ़ी के लड़ाकू विमानों को विकसित करने का कार्यक्रम चल रहा है। लेकिन जब हम किसी लड़ाकू विमान को देखते हैं तो उसका कॉकपिट शीशे से भरा होता है। ऐसे में हमारे मन में सवाल आता है कि क्या लड़ाकू विमानों में भी एसी की सुविधा होती है या पायलट खुद को इसमें पैक करके कैसे रहते हैं। अगर आपके मन में भी ऐसे सवाल हैं तो आइए विस्तार से इनके जवाब देते हैं।

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क्या लड़ाकू विमानों में एसी होता है?

इसका सीधा सा जवाब है हां, लड़ाकू विमानों में एसी लगा होता है। इसे एनवायरनमेंटल कंडीशनिंग सिस्टम (ईसीएस) के नाम से जाना जाता है। यह किसी घर में लगे एसी जैसा नहीं होता, इसका काम कॉकपिट के तापमान को नियंत्रित करने के साथ-साथ पायलट को जरूरी ऑक्सीजन देना होता है। यह जेट इंजन से निकलने वाली गर्म हवा को ठंडा करता है और फिर उसे कॉकपिट के अंदर भेजता है। लड़ाकू विमान का कॉकपिट शीशे का बना होता है लेकिन यह काफी मजबूत होता है। इसमें एंटी-ग्लेयर और यूवी-प्रोटेक्शन लेयर है, जिसकी वजह से पायलट को धूप में जेट उड़ाने के बाद भी लाइट से कोई परेशानी नहीं होती। पायलट को जमीन और आसमान दोनों जगह देखने में आसानी होती है।

पायलट का सूट भी खास होता है

फाइटर प्लेन उड़ाने वाले पायलट का सूट भी बेहद खास होता है। पायलट एक खास तरह का जी-सूट पहनते हैं जो उन्हें तेज रफ्तार और दबाव के दौरान सुरक्षा देता है। यह सूट उन्हें तापमान, दबाव और ऑक्सीजन की कमी से निपटने में मदद करता है। कुल मिलाकर फाइटर जेट की तकनीक कमाल की होती है, इसे इस तरह से डिजाइन किया जाता है कि यह पूरी तरह से पायलट की जरूरतों के हिसाब से काम करता है।

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