India News (इंडिया न्यूज), Agra News: आगरा में TBM (टनल बोरिंग मशीन) से हो रही सुरंग खुदाई ने स्थानीय निवासियों की परेशानियां और बढ़ा दी हैं। जानकारी के मुताबिक, रेलवे ट्रैक के नीचे लगभग 2 किलोमीटर लंबी और 100-150 फीट गहरी सुरंग बनाई जा रही है। इस प्रक्रिया के कारण कई पुराने मकानों पर खतरा मंडराने लगा है। ऐसे में, लोगों को कड़ी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है।
Delhi Air Pollution: CPCB की रिपोर्ट आई सामने, दिल्ली में प्रदूषण के कहर से अभी नहीं मिलेगी राहत
लोग घर छोड़कर जाने पर मजबूर
जानकारी के अनुसार, खुदाई का प्रभाव आसपास के 1700 मकानों पर पड़ा है, जिसमे से 146 मकानों को खड़ा रखने के लिए जैक का इस्तेमला किया गया है।बता दें, इन मकानों को गिरने से बचाने के लिए लोहे के जैक लगाए गए हैं। बावजूद इसके, मकानों में दरारें पड़ रही हैं, जिससे लोगों में दहशत का माहौल है। कई परिवार डर के चलते अपने पुश्तैनी घरों को छोड़कर होटल और धर्मशालाओं में रहने को मजबूर हैं। ऐसे में, खुदाई के कारण बुजुर्गों और बच्चों को सबसे अधिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। घर छोड़कर जाने की वजह से लोगों को शरण के लिए इधर-उधर भटकना पड़ रहा है।
लोगों का फूटा गुस्सा
बताया गया है कि, 100 साल पुराने मकानों में रहने वाले परिवार अब अपने आशियानों की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल उठा रहे हैं। दूसरी तरफ, TBM मशीन जमीन से लगभग 17 मीटर नीचे सुरंग बना रही है, लेकिन इसकी प्रक्रिया से मकानों की नींव कमजोर हो रही है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि खुदाई के कारण उनकी जिंदगी में अस्थिरता और खौफ बढ़ गया है। साथ ही, प्रशासन से मांग की जा रही है कि खुदाई के दौरान सुरक्षा मानकों का पालन किया जाए और प्रभावित लोगों को उचित मुआवजा और पुनर्वास की व्यवस्था की जाए। लोगों का गुस्सा और सवाल प्रशासन के लिए चुनौती बन गए हैं।
Patna Crime: रईसजादों की घिनौना करतूत, पुलिसकर्मियों पर चढ़ाई कार, दो दरोगा सहित एक घायल