India News (इंडिया न्यूज),Agra Taj Mahal News: आगरा के ताजमहल में रविवार को उस वक्त अफरा-तफरी मच गई, जब रॉयल गेट पर मधुमक्खियों का एक बड़ा छत्ता टूट गया। छत्ता टूटते ही मधुमक्खियों ने वहां मौजूद देशी और विदेशी पर्यटकों पर हमला कर दिया। अचानक हुए इस हमले से पर्यटकों में भगदड़ मच गई और लोग जान बचाने के लिए इधर-उधर दौड़ने लगे। कई पर्यटकों को मधुमक्खियों ने काट लिया, जिससे अफरा-तफरी का माहौल बन गया।
मधुमक्खियों का छत्ता काफी समय से था
बताया जा रहा है कि ताजमहल के रॉयल गेट पर मधुमक्खियों का छत्ता काफी समय से बना हुआ था। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) द्वारा इस छत्ते को हटाने का काम रविवार को किया जा रहा था। लेकिन इस कार्य के दौरान जरूरी एहतियात नहीं बरती गई। छत्ता हटाने के प्रयास में जैसे ही मधुमक्खियां परेशान हुईं, उन्होंने आसपास मौजूद पर्यटकों पर हमला कर दिया। घटना के समय रॉयल गेट के पास बड़ी संख्या में देशी-विदेशी पर्यटक मौजूद थे। घटना के दौरान एक दिव्यांग पर्यटक मधुमक्खियों के हमले का शिकार हो गया। उसकी हालत यह थी कि वह भाग भी नहीं सका और मधुमक्खियों से बचने के लिए असहाय नजर आया। वहीं, वहां मौजूद कुछ पर्यटकों ने इस घटना का वीडियो भी बना लिया, जो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
एएसआई पर लापरवाही के आरोप
ताजमहल में रविवार को पर्यटकों की अच्छी-खासी भीड़ रहती है। ऐसे में सफाई और रखरखाव जैसे कार्यों के लिए एएसआई को छुट्टी वाले दिन का चयन करना चाहिए था। गौरतलब है कि शुक्रवार को ताजमहल पर्यटकों के लिए बंद रहता है। यदि मधुमक्खियों का छत्ता हटाने का काम शुक्रवार को किया जाता तो इस तरह की घटना से बचा जा सकता था। इस मामले में ताजमहल के सहायक संरक्षक प्रिंस वाजपेयी से संपर्क करने का प्रयास किया गया, लेकिन उनका फोन रिसीव नहीं हुआ। इससे एएसआई की ओर से लापरवाही के आरोप और भी मजबूत हो गए हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि ताजमहल जैसे विश्व प्रसिद्ध धरोहर स्थल पर पर्यटकों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए। इस प्रकार की घटनाएं ताजमहल की छवि पर भी नकारात्मक प्रभाव डाल सकती हैं। ऐसे में एएसआई को भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं से बचने के लिए बेहतर प्रबंधन और सावधानी बरतनी चाहिए।घटना के बाद पर्यटकों में भय का माहौल देखा गया। कई पर्यटक जल्दबाजी में ताजमहल परिसर से निकल गए। वहीं, घटना के बाद से सुरक्षा प्रबंधों पर सवाल उठने लगे हैं। स्थानीय प्रशासन और एएसआई को इस घटना से सबक लेकर भविष्य में ऐसी लापरवाही से बचने की जरूरत है।