India News (इंडिया न्यूज) Air India: एयर इंडिया की सेवा को लेकर काफी आलोचना हो रही है। महंगी टिकट होने के बावजूद दी जा रही सुविधाएं टॉप क्लास की हैं। मध्य प्रदेश के सीएम और कृषि मंत्री शिवराज सिंह ने एयर इंडिया की सेवा पर सवाल उठाए थे। मामला ठंडा भी नहीं हुआ था कि उत्तर प्रदेश के पूर्व डीजीपी ने एयर इंडिया की सेवा पर सवाल उठा दिए हैं।
राज्यसभा सांसद और यूपी के पूर्व डीजीपी बृज लाल ने अपने एक्स हैंडल से पोस्ट कर एयर इंडिया की सेवा पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि मैं दिल्ली एयरपोर्ट पर फ्लाइट IX-1117 का इंतजार कर रहा हूं, जो 13-15 बजे लखनऊ के लिए उड़ान भरनी थी। मैं दिल्ली आवास से 12 बजे निकला और अभी 16:10 हो रहे हैं, फ्लाइट अभी बेंगलुरु से आई है। एयरलाइन एक्सप्रेस की हालत बहुत खराब है। किराया आसमान छू रहा है। प्रबंधन पर लगाम लगानी होगी।
शिवराज सिंह ने भी जताई थी नाराजगी Air India
आपको बता दें कि इससे पहले केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान भी एयर इंडिया की खराब सर्विस पर सवाल उठा चुके हैं। आज यानी शनिवार को सुबह 11 बजे उन्होंने अपने एक्स हैंडल पर पोस्ट किया, जिसमें उन्होंने कहा कि आज मुझे भोपाल से दिल्ली आना था, पूसा में किसान मेले का उद्घाटन करना था, कुरुक्षेत्र में प्राकृतिक खेती मिशन की बैठक करनी थी और चंडीगढ़ में किसान संगठन के माननीय प्रतिनिधियों से चर्चा करनी थी। मैंने एयर इंडिया की फ्लाइट संख्या AI436 में टिकट बुक कराया था, मुझे सीट संख्या 8C आवंटित हुई थी। मैं सीट पर जाकर बैठ गया, सीट टूटी हुई थी और अंदर धंसी हुई थी। बैठने में असुविधा हो रही थी।
उन्होंने आगे कहा कि जब मैंने फ्लाइट अटेंडेंट से पूछा कि मुझे खराब सीट क्यों आवंटित की? तो उन्होंने बताया कि प्रबंधन को पहले ही बता दिया गया था कि यह सीट अच्छी नहीं है, इसका टिकट नहीं बेचा जाना चाहिए। ऐसी सिर्फ एक सीट नहीं बल्कि और भी कई सीटें हैं। सहयात्रियों ने मुझसे बहुत आग्रह किया कि मैं अपनी सीट बदल लूं और किसी अच्छी सीट पर बैठ जाऊं, लेकिन मैं अपने लिए किसी दूसरे दोस्त को क्यों परेशान करूं, मैंने तय किया कि मैं इसी सीट पर बैठकर अपनी यात्रा पूरी करूंगा। मुझे लगा था कि टाटा के प्रबंधन संभालने के बाद एयर इंडिया की सेवा में सुधार होगा, लेकिन यह मेरी गलतफहमी साबित हुई। मुझे बैठने में असुविधा की चिंता नहीं है, लेकिन यात्रियों से पूरा किराया लेकर उन्हें खराब और असुविधाजनक सीट पर बैठाना अनैतिक है। क्या यह यात्रियों के साथ धोखा नहीं है? क्या एयर इंडिया प्रबंधन यह सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाएगा कि भविष्य में किसी यात्री को ऐसी असुविधा का सामना न करना पड़े या फिर वह यात्रियों की जल्दी पहुंचने की मजबूरी का फायदा उठाता रहेगा।