India News (इंडिया न्यूज), Akhilesh Yadav: संसद के बजट सत्र में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान सपा प्रमुख अखिलेश यादव कुंभ के मुद्दे पर आक्रामक नजर आए। अखिलेश ने कुंभ में भगदड़ का मुद्दा उठाते हुए योगी सरकार पर निशाना साधा और चुन-चुन कर हमले किए। मौत के आंकड़े छिपाने और कुंभ में बेहतर इंतजाम न करने का आरोप लगाते हुए उन्होंने डबल इंजन की टक्कर की बात कहकर केंद्र बनाम यूपी सरकार का नैरेटिव सेट करने की भी कोशिश की।
2024 का लोकसभा चुनाव जीतने के बाद अखिलेश यादव ने यूपी विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष के पद से इस्तीफा देकर दिल्ली की सियासी रणभूमि चुनी तो माना जा रहा था कि अखिलेश अब लखनऊ नहीं दिल्ली की राजनीति करेंगे। हालांकि संसद के जरिए वह देश से ज्यादा यूपी की राजनीति करते नजर आ रहे हैं। राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान अखिलेश ने जिस तरह कुंभ के मुद्दे को सियासी हथियार बनाकर यूपी की योगी सरकार पर हमला बोला, उसके सियासी मायने समझे जा सकते हैं।
Akhilesh Yadav on Mahakumbh Stampede: भगदड़ में मरने वालो के आंकड़ों पर बोले अखिलेश यादव | India News
अखिलेश के निशाने पर योगी सरकार
योगी सरकार के कार्यकाल में कुंभ सबसे बड़ा हिंदू धार्मिक आयोजन है, जिसके लिए भाजपा और योगी सरकार ने पूरी ताकत झोंक दी थी। भव्य कुंभ को सफल बनाने के लिए सरकार ने खूब प्रचार-प्रसार भी किया, लेकिन मौनी अमावस्या पर कुंभ में मची भगदड़ ने सारी मेहनत पर पानी फेर दिया और विपक्ष को घेरने का मौका मिल गया। यही वजह है कि अखिलेश यादव ने संसद में कुंभ में भगदड़ के मुद्दे पर न सिर्फ योगी सरकार को घेरा, बल्कि मौतों के आंकड़े छिपाने को लेकर भी आक्रामक नजर आए।
अखिलेश यादव ने प्रयागराज महाकुंभ हादसे का मुद्दा उठाते हुए संसद में योगी सरकार को घेरा। अखिलेश ने मौतों के आंकड़े जारी करने की मांग की और कहा कि सरकार मौतों के आंकड़े नहीं दे पा रही है। बच्चों के लापता होने के आंकड़े सामने आ रहे हैं। लोग खोया-पाया केंद्रों पर अपनों को खोज रहे हैं। महाकुंभ में लोगों ने अपनों को खो दिया। कुंभ का आयोजन पहली बार नहीं हुआ है। समय-समय पर जो भी सरकार रही है, वह इसका आयोजन करती रही है।
अखिलेश ने कहा कि महाकुंभ को लेकर इतना प्रचार-प्रसार किया गया, लेकिन तैयारियां और व्यवस्थाएं ठीक से नहीं की गईं। कहा गया कि 144 साल बाद यह कुंभ आया है। कहा गया कि 100 करोड़ लोगों के लिए व्यवस्था की गई है। अगर मैं जो कह रहा हूं वह सच नहीं है तो मैं सदन की सदस्यता से इस्तीफा देने के लिए तैयार हूं। अखिलेश ने कहा कि महिलाओं के कपड़े, लोगों की चप्पलें जो वहां पड़ी थीं, उन्हें जेसीबी से उठवाया गया और ट्रैक्टर ट्रॉलियों से हटवाया गया। सरकार बताए कि शव कहां फेंके गए।
सीएम योगी के एजेंडे पर बोला हमला
योगी सरकार पर निशाना साधते हुए अखिलेश ने कहा कि डिजिटल कुंभ का आयोजन करने वाले मृतकों का आंकड़ा भी नहीं दे पा रहे हैं। बताना चाहिए कि शव कहां फेंके गए। मुख्यमंत्री ने मृतकों को श्रद्धांजलि तक नहीं दी। वह घटना को छिपाने की कोशिश कर रहे हैं। लोग कुंभ में पुण्य कमाने आए थे, लेकिन वे अपने ही लोगों के शव उठाकर ले गए। इस तरह अखिलेश यादव ने कुंभ के बहाने संसद में योगी सरकार पर निशाना साधा, इससे साफ है कि इसके जरिए यूपी के राजनीतिक समीकरणों को संतुलित करने की रणनीति है।
अखिलेश यादव ने कहा कि महाकुंभ में हादसे वाले दिन शाही स्नान समय पर नहीं हो सका। शाही स्नान के लिए मुहूर्त होता है, ये सनातन परंपरा रही है। उस दिन ये परंपरा टूट गई। उन्होंने कहा कि योगी सरकार ने पहले शाही स्नान रद्द करने का आदेश दिया. जब बवाल हुआ तो शाही स्नान का आदेश दिया गया। सरकार ने अपने मनमाने समय पर स्नान कराने का आदेश दिया। इस तरह अखिलेश यादव ने ये बताने की कोशिश की है कि योगी सरकार ने सनातन परंपरा को तोड़ा है।