India News (इंडिया न्यूज)Akhilesh Yadav Attacked on BJP: उत्तर प्रदेश के पूर्व सीएम और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने महंगाई और भ्रष्टाचार के मुद्दे पर भारतीय जनता पार्टी पर बड़ा हमला बोला है। सपा प्रमुख ने भाजपा को महंगाई का चैंपियन बताया है।
अखिलेश यादव ने अपने एक्स हैंडल पर लिखा, “बीजेपी सरकार पहले ‘मुनाफाखोरी’ कम करे और ‘बीजेपी चंदा’ खत्म करे और फिर महंगाई कम करने की बात करे। खाद्य तेल पर आयात शुल्क कम करने का लाभ सिर्फ घरेलू उत्पादकों को ही नहीं, बल्कि आम जनता को भी मिलना चाहिए. अगर लागत कम हो रही है तो खुदरा कीमत भी कम होनी चाहिए।”
हो जाएं तैयार…PF, LPG से लेकर UPI तक 1 जून से बदल जाएंगे ये 8 नियम, आम आदमी की जेब पर पड़ेगा सीधा असर
‘महंगाई ने कमर तोड़ दी है’
अखिलेश यादव ने कहा, “क्या यह सच है कि यह दिखावटी आयात शुल्क कटौती केवल कुछ खास आयातकों और उत्पादकों के फायदे के लिए है, जनता के लिए नहीं। कम से कम इससे यह तो साबित होता है कि भाजपा सरकार ने मान लिया है कि बेलगाम महंगाई ने जनता की कमर तोड़ दी है और अब अगर यह रिकॉर्ड तोड़ महंगाई नहीं थमी तो पब्लिक बीजेपी नेताओं के घरों के बाहर खाली तेल के डिब्बे पीटना शुरू कर देगी।”
सपा प्रमुख ने कहा, “भाजपा सरकार को तार्किक रूप से खाद्य पदार्थों के लागत-लाभ अनुपात को जनता के पक्ष में तय करना चाहिए, यानी उसे जनहित में यह निर्णय लेना चाहिए कि कोई भी खाद्य उत्पादक एक निश्चित प्रतिशत से अधिक लाभ नहीं कमाएगा, लेकिन इसके लिए भाजपा सरकार को सबसे पहले यह शपथ लेनी होगी कि वह कम से कम खाद्य कंपनियों से ‘भाजपा का चंदा’ नहीं वसूलेगी, क्योंकि जब भाजपा कंपनियों से चंदा वसूलती है तो कंपनियां वसूले गए पैसे को लागत का हिस्सा मानकर जनता से वसूलती हैं।”
उन्होंने आगे कहा, “हर टैक्स और दान अंततः जनता से ही वसूला जाता है। इसीलिए ‘भाजपा का दान’, टैक्स के अलावा, भाजपा द्वारा जनता पर दोहरी मार और महंगाई का कारण भी बनता है। अब अर्थशास्त्रियों को कोई नया गणितीय फार्मूला बनाना चाहिए, जिसमें ‘भाजपा का दान संग्रह’ को बिक्री मूल्य में जोड़ा जाए। यदि भाजपा अपना दान संग्रह करना बंद कर दे, तो हर वस्तु और सेवा के मूल्य वैसे ही घट जाएंगे।”
“कीमतों पर लगाम लगाना कभी भी भाजपा की कारोबारी मानसिकता में नहीं रहा”
अखिलेश यादव ने कहा, “कीमतों पर लगाम लगाना कभी भी भाजपा की कारोबारी मानसिकता में नहीं रहा। महंगाई पर काबू पाने के लिए जनता का भला करने की नीयत और इच्छाशक्ति की जरूरत होती है, जो भ्रष्टाचार के लक्ष्य को पूरा करने के लिए सत्ता में आई भाजपा जैसी मुनाफाखोर सरकार के पास कभी नहीं रही। इसलिए ऐसी घोषणाएं तभी फायदेमंद होंगी, जब आयात शुल्क कम हो और जनता के लिए वस्तुओं के दाम भी कम हों। अब देखना यह है कि कुछ दिनों बाद खाद्य तेलों के दामों में कमी की खबर आएगी या फिर गरीबों की थाली से तेल गायब हो जाएगा।”
“भाजपा सरकार में आस्तीन के सांप फल-फूल रहे हैं”
इस बीच, अखिलेश यादव ने मध्य प्रदेश के मामले को लेकर भाजपा पर हमला बोला है। अखिलेश यादव ने लिखा कि, “भाजपा के भ्रष्टाचार के पिटारे से अब एक और भ्रष्टाचार बाहर आया है। मध्य प्रदेश में अनोखा ‘सांप घोटाला’ सामने आया है जिसमें एक ही व्यक्ति को कई बार मृत दिखाकर सरकारी खजाने से करोड़ों का मुआवजा निकालकर भ्रष्टाचार का जहर फैलाया जा रहा है। भाजपा काल में ऐसे आस्तीन के सांप खूब फलते-फूलते हैं।”