India News (इंडिया न्यूज), Akhilesh Yadav Loksabha Speech: उत्तर प्रदेश के कन्नौज से सपा सांसद अखिलेश यादव ने आज लोकसभा में ऐसा बयान दे दिया, जिसे सुनने के बाद हर कोई हैरान रह गया। आज दोपहर राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा चल रही थी, तभी अखिलेश यादव ने संसद में खड़े होकर चौंकाने वाला बयान दे दिया। उन्होंने अपने बयान में कहा कि अगर मेरा बयान गलत है, तो मैं अभी इस्तीफा देना चाहता हूं और यह कहते हुए उन्होंने हाथ में लिया कागज स्पीकर ओम बिरला की तरफ बढ़ा दिया।
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अखिलेश ने सरकार को खड़ा किया कटघरे में
अखिलेश यादव के अचानक दिए गए इस बयान से संसद में हलचल मच गई। इस दौरान महाकुंभ भगदड़ पर सरकार को घेरते बड़ा मुद्दा अखिलेश यादव ने सरकार को कटघरे में खड़ा कर दिया। उन्होंने अपने बयान में कहा कि डबल इंजन की सरकार ने कई दावे किए थे, लेकिन अब वही सरकार मृतकों का सही आंकड़ा नहीं बता रही है। महाकुंभ के आयोजन पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा कि सरकार ने दावा किया था कि 100 करोड़ लोग आए थे, लेकिन क्या वह आंकड़ा सही था?
सनातन परंपरा को तोड़ा गया
अखिलेश ने आगे कहा कि अगर सरकार के पास इसका जवाब नहीं है, तो वह इस्तीफा देने को तैयार हैं। अखिलेश यादव ने महाकुंभ के आयोजन में सनातन परंपरा को लेकर भी सरकार पर जुबानी हमला करते हुए कहा कि पहले संतों को शाही स्नान रद्द करने का आदेश दिया गया था, लेकिन जब देशभर में विरोध हुआ तो सरकार ने अपना आदेश बदल दिया। सरकार ने मृतकों के शवों की स्थिति को छिपाया और अपार भीड़ में सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं किए। शव मुर्दाघर में पड़े थे और सरकार फूल बरसाने में व्यस्त थी।
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सरकार फूल बरसाने में व्यस्त
अखिलेश ने अपने बयान में आगे कहा कि जब उन्हें बताया गया कि कुछ लोगों की जान चली गई है और शव मुर्दाघर में पड़े हैं तो सरकार अपने सरकारी हेलीकॉप्टर में फूल भरकर उन पर फूल बरसाने में व्यस्त थी। यह सनातन परंपरा का हिस्सा नहीं हो सकता, जहां जेसीबी मशीन से मृतकों के शव और कपड़े फेंके जा रहे हों। अखिलेश यादव ने जब ये सारी बातें लोकसभा में रखीं तो विपक्षी सदस्यों ने उनके समर्थन में शोर मचाया। “शेम-शेम” के नारे भी लगाए गए। अखिलेश का यह गुस्सा और हमारी मदद पर सवाल उठाना सरकार के खिलाफ बड़ा मुद्दा बन गया है।