India News(इंडिया न्यूज), Aligarh Muslim University:अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (AMU) इन दिनों शिक्षा के बजाय राजनीति का अखाड़ा बनता जा रहा है। लगातार राजनीतिक हस्तियों की मौजूदगी ने इसे चर्चा का केंद्र बना दिया है। ताजा मामला उस समय गरमा गया जब नगीना से सांसद चंद्रशेखर आजाद AMU पहुंचे और उनके पांच साल पुराने बयान पर बवाल मच गया।
5 साल पुराने बयान पर AMU छात्र ने किया सवाल
चंद्रशेखर आजाद का एक पुराना बयान, जिसमें उन्होंने कहा था “अब हम श्रीराम मंदिर बनवाने जा रहे हैं,” सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुआ था। जब वे AMU के स्टाफ क्लब में एक कार्यक्रम में पहुंचे, तो समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय सचिव और AMU के पीएचडी स्कॉलर इंजमाम उल हक ने उनके इस बयान पर सवाल खड़ा कर दिया। इंजमाम ने अपने मोबाइल में वह वीडियो चला दिया और भरी सभा में आजाद से पूछा, “क्या आप आज भी अपने बयान पर कायम हैं?” यह सवाल सुनते ही माहौल गर्मा गया। आयोजकों ने तुरंत छात्र नेता को धक्का देकर सभा स्थल से बाहर कर दिया, जिससे छात्र भड़क उठे और विवाद बढ़ गया।
आजाद ने पुराने बयान से किया किनारा, बोले- ‘AI का दौर है, कुछ भी बदला जा सकता है’
पूरे मामले पर जब चंद्रशेखर आजाद से सवाल किया गया, तो उन्होंने चौंकाने वाला जवाब दिया। उन्होंने कहा, “यह आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का दौर है, कोई नहीं कह सकता कि कौन सी आवाज और वीडियो को कब और कैसे बदल दिया जाए।” उन्होंने अपने पुराने बयान से किनारा करते हुए इसे एक ‘छेड़छाड़’ बताया और आगे कुछ भी कहने से बचते नजर आए।
क्या AMU में अब खुलेआम होगी राजनीति?
AMU में राजनीतिक हस्तियों की बढ़ती आमद और इस तरह के विवादों ने एक नई बहस छेड़ दी है। क्या अब AMU सिर्फ शिक्षा का केंद्र रहेगा या राजनीतिक अखाड़ा बन जाएगा? चंद्रशेखर आजाद की मौजूदगी और छात्र नेता के सवाल पर हुए हंगामे से यह साफ हो गया है कि AMU का माहौल अब पूरी तरह से सियासी रंग में रंगता जा रहा है।