India News (इंडिया न्यूज), Akhilesh Yadav : समाजवादी पार्टी (सपा) के मुखिया अखिलेश यादव बुधवार को एक पॉडकास्ट में नजर आए। जहां उन्होंने हर सवाल का बेबाकी से जवाब दिया। चाहे वो चाचा शिवपाल यादव के रिश्ते की बात हो या डिंपल यादव से अंतरजातीय विवाह की बात, अखिलेश यादव ने बेबाकी से सब कुछ कहा। उन्होंने पॉडकास्ट में एक सबसे बड़ी बात कही है।उन्होंने कहा कि जब मैं 2017 का चुनाव हार गया और सीएम आवास खाली करने का समय आया तो एक आईएएस थे जिन्होंने पत्रकारों और चैनल-अखबार वालों को बुलाया और कहा कि देखो नल चोरी हो गए हैं। टोंटी चोर अखबारों और अन्य प्लेटफॉर्म पर हेडलाइन बन गया। इस दौरान अखिलेश यादव ने बीजेपी पर भी चुन-चुन कर हमला बोला।
दरअसल, जब अखिलेश यादव से पूछा गया कि उनके जीवन का सबसे दर्दनाक पल कौन सा था, तो उन्होंने कहा कि जब मैं सीएम आवास खाली कर रहा था, वो पल मेरे लिए सबसे दर्दनाक था। मेरे आवास खाली करने के बाद उसे गंगाजल से धोया गया। मुझे दुख है कि आने वाली पीढ़ी पूछेगी कि आपके जाने के बाद मुख्यमंत्री आवास को गंगाजल से क्यों धोया गया। दूसरी घटना कन्नौज की है, जहां मंदिर को गंगाजल से धोया गया।
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इंटरव्यू में अखिलेश ने एक आईएएस को कभी न भूलने की बात कही
इंटरव्यू में आगे एक आईएएस अधिकारी पर भड़कते हुए अखिलेश ने कहा, मैं उस अधिकारी को कभी नहीं भूल सकता। जब मैंने मकान खाली किया तो वो क्या-क्या सामान ले गए, इसको लेकर एक प्रतिष्ठित अखबार ने हेडलाइन बनाई थी। अखिलेश ने कहा, मैं उस आईएएस अधिकारी को कभी नहीं भूल सकता। वो आईएएस अधिकारी कौन था, जिसके आदेश पर सारे पत्रकार आवास खाली करके आ गए थे। उन्होंने कहा कि ये अधिकारी आज आपका है, कमाल हमारा भी था, जिसने पत्रकारों को सूचना दी और ऐसी खबरें चलाईं। अखबारों में हेडलाइन बनी कि इटली के बर्तन गायब हो गए हैं।
कई उद्योगपतियों ने तो यहां तक कह दिया था कि मैंने दीवारों में सोना छिपा रखा है, इसलिए दीवारें खोद दी गईं। ये बातें सिर्फ हमारे देश में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी कही गईं। अखिलेश यादव ने कहा, मैं भाजपा को हमेशा याद रखूंगा और उस आईएएस अधिकारी को भी कभी नहीं भूल सकता। अगर वो सुन रहे होते तो उन्हें पता होता कि किसके बारे में बात हो रही है।
क्या है टोटी चोरी का मामला
दरअसल, बात 2018 की है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद यूपी के सभी पूर्व मुख्यमंत्रियों और मंत्रियों को अपने बंगले खाली करने का आदेश दिया गया था। अखिलेश यादव को भी लखनऊ के 4 विक्रमादित्य मार्ग स्थित बंगला खाली करना पड़ा। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अखिलेश के घर खाली करने के बाद उस घर के अंदर काफी तोड़फोड़ पाई गई। स्विमिंग पूल से लेकर कमरे की टाइलें तक सब कुछ टूटा हुआ मिला। यहां तक कि घर के अंदर से शौचालय भी गायब थे। इस बारे में मीडिया में कई बातें लिखी गईं। अखिलेश ने तब आईएएस अधिकारी मृत्युंजय नारायण पर मीडिया में इन बातों को उजागर करने का आरोप लगाया था।