India News (इंडिया न्यूज़),Ayodhya: शहरीकरण की चुनौतियों से निपटने के लिए आठ नए शहर बनाने की योजना अगले साल ही साकार होगी। नए शहरों के प्रस्तावों में अयोध्या भी शामिल है। आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय ने अभी तक इस योजना के तहत आठ नए शहरों का चयन नहीं किया है। इसे 21 राज्यों से 26 प्रस्ताव मिले हैं, जिनमें से आठ का चयन किया जाना है।
चयन समिति कई बैठकें कर चुकी
मंत्रालय के अधिकारियों के मुताबिक, चयन समिति कई बैठकें कर चुकी है, लेकिन अभी तक आठ नामों पर फैसला नहीं हुआ है। नव स्थापित शहरों में अयोध्या का भी चयन हो सकता है। सब कुछ इस बात पर निर्भर करेगा कि चयन समिति अपने तहत आठ नामों पर कितनी जल्दी फैसला लेती है। शहरी मामलों के राज्य मंत्री कौशल किशोर ने राज्यसभा में बताया था कि नए शहरों के प्रस्तावों को छांटा और आकलन किया जा रहा है। राज्यों ने इसके प्रति काफी उत्साह दिखाया था।
15वें वित्त आयोग ने बजट पास की
शहरों के विस्तार से उत्पन्न होने वाली माँग को पूरा करने के लिए नये शहरों का निर्माण आवश्यक है। 15वें वित्त आयोग ने इस योजना के लिए 8,000 करोड़ रुपये आवंटित किये हैं। इसके तहत चैलेंज मॉडल पर शहरों का चयन किया जाएगा और प्रत्येक शहर को 1,000 करोड़ रुपये मिलेंगे। कोई राज्य इस योजना का लाभ केवल अपने किसी एक शहर के लिए ही उठा सकता है। राज्यों ने इस साल जनवरी तक अपने प्रस्ताव भेज दिये, लेकिन उसके बाद इन्हें आगे नहीं बढ़ाया जा सका।
राज्यों द्वारा भेजे गए प्रस्तावों में असम से जगीरोड, गुजरात से गिफ्ट सिटी, मध्य प्रदेश से जबलपुर एक्सटेंशन, महाराष्ट्र से विरुल, केरल से एरोसिटी, झारखंड से न्यू रांची सिटी, हरियाणा से गुरुग्राम के नाम शामिल हैं। चूंकि इस योजना की फंडिंग केंद्र सरकार द्वारा की जानी है, इसलिए नये शहरों के चयन में मानकों, खासकर योजना को लेकर पूरी सावधानी बरती जा रही है।
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