India News (इंडिया न्यूज), Ayodhya News: अयोध्या में अभी से ही चारों तरफ होली 2025 का उत्साह देकने को मिल रहा है। भव्य मंदिर में रामलला के विराजमान होने के दूसरे साल भक्तों का उत्साह देखने लायक है। मठ-मंदिरों में साधु-संत और भक्त भगवान की प्रतिमा पर गुलाल और अबीर चढ़ाने के लिए पहुंच रहे हैं। इसी के साथ राम नगरी में फगुआ गीतों की गूंज से माहौल और भी भक्तिमय हो गया है। अयोध्या की गंगा-जमुनी तहजीब को एक बार फिर जगद्गुरु परमहंस आचार्य और बाबरी मस्जिद के पूर्व पक्षकार इकबाल अंसारी ने मजबूत किया।
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अनोखी होली की परंपरा
दोनों ने तपस्वी जी की छावनी में एक-दूसरे को गुलाल लगाकर होली खेली और प्रेम व सौहार्द का संदेश दिया। इकबाल अंसारी ने कहा कि यह रंगों का त्योहार है, इसे हम सभी को मिलकर मनाना चाहिए, तो वहीं जगद्गुरु परमहंस आचार्य ने कहा कि अयोध्या में होली की परंपरा अनूठी है। यहां सभी धर्म और समुदाय के लोग मिलजुलकर इस त्योहार को मनाते हैं, जो भाईचारे का प्रतीक है। राम नगरी में होली की शुरुआत पारंपरिक रूप से हनुमानगढ़ी से होती है। रंगभरी एकादशी के दिन भगवान हनुमान की पूजा करने के बाद नागा साधु पंचकोसी परिक्रमा करते हैं और होली का त्योहार औपचारिक रूप से शुरू हो जाता है।
अयोध्या में होली की धूम
आपको बता दें कि राम नगरी में हर साल की तरह इस बार भी होली 2025 (Holi 2025) धूमधाम से मनाई जा रही है। रामलला के मंदिर से लेकर मठ-मंदिरों और अखाड़ों में रंगों की बौछार हो रही है। भक्त भक्ति और उल्लास के रंगों में डूबे नजर आ रहे हैं। अवध के पारंपरिक फगुआ गीतों के बीच राम नगरी होली के रंगों में रंगी नजर आ रही है। प्रेम, भाईचारे और सौहार्द का यह रंग अयोध्या की पावन धरती से पूरे देश को एकता का संदेश दे रहा है।