India News (इंडिया न्यूज़),UP Politics: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज महाकुंभ में शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती के नेतृत्व में आयोजित परमधर्म संसद में लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी को हिंदू धर्म से निष्कासित करने की मांग उठाई गई है। अब नगीना सांसद चंद्रशेखर आजाद, भाजपा सांसद दिनेश शर्मा, केंद्रीय मंत्री एसपी सिंह बघेल और कांग्रेस नेता सीपी राय ने इस पर प्रतिक्रिया दी है।

राहुल गांधी को एक महीने का समय दिया जा रहा

जानकारी के मुताबिक शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती द्वारा संचालित परमधर्म संसद में राजा सक्षम सिंह योगी ने नेता विपक्ष राहुल गांधी द्वारा मनुस्मृति पर दिए गए आपत्तिजनक बयान के खिलाफ सदन में निंदा प्रस्ताव रखा। राहुल गांधी ने कथित तौर पर एक बयान में कहा था कि मनुस्मृति बलात्कारियों को संरक्षण देती है। इसका विरोध करते हुए स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा कि राहुल गांधी को एक महीने का समय दिया जा रहा है, अगर वह इस मुद्दे पर जवाब नहीं देते हैं तो उन्हें मनुस्मृति का अपमान करने के लिए हिंदू धर्म से निष्कासित कर दिया जाएगा।
राहुल गांधी बनाम शंकराचार्य के मामले पर आजाद समाज पार्टी के चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि दोनों जानें लेकिन देश संविधान से चलता है, मनु स्मृति से नहीं। भाजपा के राज्यसभा सांसद दिनेश शर्मा ने शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद के बयान पर राहुल से कहा कि उन्हें पूज्य संतों पर दूसरी प्रतिक्रिया नहीं देनी चाहिए। अभी तक राहुल गांधी ने खुद नहीं कहा कि वह हिंदू हैं। पहले राहुल अपना धर्म बताएं। लोग कहते हैं कि वह किस धर्म से हैं? पहले बताएं।

कांग्रेस नेता सीपी राय ने भी इस प्रस्ताव पर प्रतिक्रिया दी

उन्होंने कहा कि जिस दिन शंकराचार्य, पीएम मोदी और आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने आप चारों को चुनौती देकर राम मंदिर का उद्घाटन किया था, अगर आप लोगों ने उनके खिलाफ प्रस्ताव पारित करने की हिम्मत की होती तो आपको राहुल गांधी के खिलाफ भी कुछ कहने का अधिकार था। लेकिन अब आप राजनीति करते नजर आ रहे हैं। हां, मनुस्मृति इस वर्तमान समाज में कतई स्वीकार्य नहीं है। आप मेरे खिलाफ भी आदेश जारी कर सकते हैं।