India News (इंडिया न्यूज)CM Yogi Adityanath: मंगलवार को उत्तर प्रदेश विधान परिषद में अपने संबोधन के दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि समाजवादी पार्टी की मानसिकता संकीर्ण है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार अल्पसंख्यक बच्चों को सिर्फ पारंपरिक मदरसों तक सीमित नहीं रखना चाहती, बल्कि उन्हें मुल्ला-मौलवी बनाने की बजाय डॉक्टर, इंजीनियर, वैज्ञानिक और साहित्यकार बनने का अवसर भी प्रदान करना चाहती है।

पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि शिक्षा के आधुनिकीकरण से ही समाज का विकास संभव है। सीएम योगी ने कहा कि स्कूलों में मुफ्त शिक्षा की व्यवस्था की जा रही है। उनका आधुनिकीकरण किया जा रहा है। इसके लिए डबल इंजन की सरकार धन मुहैया करा रही है, लेकिन ‘कट्टरता’ की संस्कृति नहीं चलेगी। उन्होंने दोहराया कि डबल इंजन की सरकार बिना किसी भेदभाव के सभी छात्रों को आधुनिक और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने के लिए प्रतिबद्ध है।

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बच्चे ईश्वर की सर्वश्रेष्ठ रचना हैं, कोई भेदभाव नहीं … योगी

सीएम योगी ने कहा कि सरकार हर बच्चे को बेहतरीन शिक्षा देने के लिए कृतसंकल्पित है, ताकि वे सिर्फ धार्मिक शिक्षा तक सीमित न रहें, बल्कि आधुनिक शिक्षा प्राप्त कर समाज के लिए उपयोगी नागरिक बनें। सरकार का उद्देश्य है कि हर बच्चा अपनी योग्यता के आधार पर आगे बढ़े और राष्ट्र के विकास में अपना योगदान दे। बच्चे ईश्वर की सर्वश्रेष्ठ रचना हैं, कोई भेदभाव नहीं करेगा। सबको अच्छी शिक्षा, अच्छी शिक्षा, आधुनिक शिक्षा मिलेगी और बिना भेदभाव के मिलेगी। सरकार इस दिशा में कदम उठा रही है।

जनजातियों को मुख्यधारा में लाने का काम किया- मुख्यमंत्री

मुख्यमंत्री ने विधान परिषद में विपक्ष को आड़े हाथों लेते हुए थारू जनजाति का जिक्र किया। योगी ने कहा कि यह जनजाति उत्तर प्रदेश-नेपाल सीमा क्षेत्र में निवास करती है, जिसमें महाराजगंज, सिद्धार्थनगर, कुशीनगर, गोरखपुर और सोनभद्र जैसे जिले शामिल हैं। उन्होंने विपक्षी सदस्यों पर निशाना साधते हुए कहा कि वे राज्य की जनजातियों और वंचित वर्गों की वास्तविक स्थिति से पूरी तरह अनभिज्ञ हैं। उन्होंने बताया कि थारू, मुसहर, गोंड और अन्य वंचित जनजातियों के लोग मूलभूत सुविधाओं से वंचित थे, उनके पास न तो जमीन का पट्टा था, न ही राशन कार्ड और न ही मकान। डबल इंजन की सरकार ने इन सभी जनजातियों को मुख्यधारा में लाने का काम किया है।

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