India News (इंडिया न्यूज), CM YOGI: अयोध्या में आयोजित महायज्ञ के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महत्वपूर्ण बयान दिया। उन्होंने कहा कि हमारे सनातन धर्म की मान्यता के अनुसार, सृष्टि के संचालनकर्ता भगवान विष्णु हैं, जिनकी कृपा से सब कुछ संचालित होता है। इस महायज्ञ के माध्यम से आत्म शुद्धि और पर्यावरण शुद्धि का कार्य किया जा रहा है, और यह सब प्रभु श्रीराम की जन्मभूमि पर हो रहा है, जो भगवान विष्णु के अवतार के रूप में प्रतिष्ठित हैं।

यज्ञ की परंपरा हजारों वर्षों पुरानी- सीएम योगी

मुख्यमंत्री योगी ने यज्ञ की परंपरा को हजारों वर्षों पुरानी बताया और कहा कि यज्ञ से ही वर्षा होती है, धन की प्राप्ति होती है, और आम लोगों को समृद्धि मिलती है। इस यज्ञ का आयोजन अशर्फी भवन पीठ द्वारा किया जा रहा है, जो श्रीराम जन्मभूमि आंदोलन के दौरान एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा चुका है।

उस समय लाखों हिंदूओं की आंखों में आंसू थे

5 अगस्त 2020 को जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने श्रीराम मंदिर निर्माण का कार्य शुरू किया, तो यह एक ऐतिहासिक पल था। 22 जनवरी 2024 को श्रीराम मंदिर का निर्माण पूरा हुआ और प्रभु श्रीराम अपने धाम में स्थापित हुए। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यह वह समय था जब लाखों हिंदू धर्मावलंबियों की आंखों में आंसू थे।

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क्या है यज्ञ के पीछे का उद्देश्य

सीएम ने आगे कहा, “हमारी संस्कृति और विरासत को संजोते हुए ही हम भौतिक विकास की ओर बढ़ सकते हैं। यही यज्ञ के पीछे का मुख्य उद्देश्य है।” उन्होंने यह भी अपील की कि हमें अपनी सांस्कृतिक धरोहर का सम्मान करना होगा और यह सुनिश्चित करना होगा कि विश्व मानवता की रक्षा में सनातन धर्म की भूमिका निभाई जाए।

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औरंगजेब का खानदान औज चला रहा है रिक्शा

उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि इतिहास में हिंदू धर्म के मंदिरों को तोड़ने की घटनाएं असंख्य हैं, जैसे कि काशी विश्वनाथ धाम, अयोध्या, और अन्य धार्मिक स्थल। योगी आदित्यनाथ ने यह भी कहा कि औरंगजेब के खानदान को आज कोलकाता में रिक्शा चलाते हुए देखा गया, और यदि वह कभी भगवान का अपमान न करता, तो उसके वंशजों को यह दिन न देखना पड़ता।