India News(इंडिया न्यूज़),CO Anuj Chaudhary: उत्तर प्रदेश के संभल जिले में शुक्रवार और होली पर पुलिस अधिकारी अनुज चौधरी के बयान पर विवाद बढ़ता जा रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जहां उनका समर्थन किया, वहीं समाजवादी पार्टी (सपा) के नेता लगातार उन पर हमला बोल रहे हैं। सपा सांसद वीरेंद्र सिंह ने तो उन्हें ‘मुख्यमंत्री द्वारा पाला-पोसा गया नीच गुंडा’ तक कह दिया।
इससे पहले सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने भी अनुज चौधरी के बयान की आलोचना की है। उन्होंने कहा कि अगर अधिकारी ही ऐसी नकारात्मक बातें कहेंगे तो समाज में सद्भाव कैसे रहेगा? सपा नेता राम गोपाल यादव ने भी इस मामले पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि व्यवस्था बदलने पर ऐसे लोग जेल में होंगे।
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सपा सांसद वीरेंद्र सिंह का तीखा बयान
समाजवादी पार्टी के चंदौली सांसद वीरेंद्र सिंह ने सीओ अनुज चौधरी पर निशाना साधते हुए कहा कि वह मुख्यमंत्री द्वारा पोषित एक छोटा गुंडा है, इसीलिए वह इस तरह की बयानबाजी कर रहा है। उन्होंने कहा कि जब सरकार ही अधिकारियों को ऐसी भाषा बोलने के लिए प्रोत्साहित करेगी तो समाज में तनाव फैलेगा।
सांसद वीरेंद्र सिंह का यह बयान सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। भाजपा समर्थक इसे अनुज चौधरी के समर्थन में देख रहे हैं, जबकि विपक्ष इसे प्रशासनिक अभद्र भाषा बता रहा है। इस पूरे मामले ने राजनीतिक सरगर्मी बढ़ा दी है।
विपक्ष का सीएम योगी पर हमला
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को एक न्यूज चैनल के कार्यक्रम में सीओ अनुज चौधरी के बयान का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि हमारे पुलिस अधिकारी पहलवान रहे हैं। पहलवान हैं तो पहलवान की तरह ही बोलेंगे, जिससे कुछ लोगों को बुरा लग सकता है, लेकिन यह सत्य है। इस सत्य को स्वीकार करना चाहिए।
योगी के इस बयान के बाद विपक्ष ने हमला तेज कर दिया। सपा नेताओं ने कहा कि सरकार अधिकारियों को समाज में विभाजन फैलाने की खुली छूट दे रही है। वहीं, भाजपा नेताओं का कहना है कि अधिकारी ने कुछ गलत नहीं कहा है, बल्कि सच कहा है।
क्या है पूरा मामला?
सीओ संभल अनुज चौधरी ने हाल ही में बयान दिया था कि होली साल में एक बार आती है, जबकि जुमे की नमाज हर हफ्ते होती है। उनके बयान पर विपक्ष ने नाराजगी जताई और कहा कि यह बयान सांप्रदायिक तनाव बढ़ाने वाला है।
इस बयान के बाद जहां भाजपा और हिंदू संगठनों ने उनका समर्थन किया, वहीं मुस्लिम समुदाय और विपक्षी दलों ने इस पर आपत्ति जताई। सोशल मीडिया पर भी लोग दो गुटों में बंटे हुए हैं- कुछ लोग अनुज चौधरी के समर्थन में हैं, जबकि कुछ उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।