धर्मात्मा निषाद की खुदकुशी पर सियासी विवाद, क्या बढ़ने वाली है संजय निषाद की मुश्किलें
Dharmatma Suicide Case
India News (इंडिया न्यूज), Dharmatma Suicide Case: उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने मंगलवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर महराजगंज जिले में निषाद पार्टी के नेता धर्मात्मा निषाद की कथित आत्महत्या के मामले में राज्य सरकार के मंत्री संजय निषाद पर लगे आरोपों की निष्पक्ष न्यायिक जांच की मांग की है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने मुख्यमंत्री को संबोधित पत्र में कहा कि निषाद पार्टी के प्रदेश सचिव रहे धर्मात्मा निषाद ने सोशल मीडिया पर मंत्री संजय निषाद पर आरोप पोस्ट करने के बाद कथित तौर पर आत्महत्या कर ली।
यह बहुत दुखद घटना है
राय ने कहा, “यह बहुत दुखद घटना है, जिसकी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए.” कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने तर्क दिया कि मंत्री निषाद पर लगे आरोप न केवल राजनीतिक बल्कि व्यक्तिगत भी हैं, जिनकी तत्काल और गहन जांच की आवश्यकता है। अजय राय ने कहा, “जब तक जांच पूरी नहीं हो जाती, आरोपी मंत्री संजय निषाद को पद पर बने रहने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है। कांग्रेस ने मृतक नेता के परिवार को एक करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता और उनके एक आश्रित को सरकारी नौकरी देने की भी मांग की है। राय ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मामले का संज्ञान लेने और तत्काल न्यायिक जांच के आदेश देने का आग्रह किया। उन्होंने जांच पूरी होने तक मंत्री के इस्तीफे की भी मांग की।
पुलिस के अनुसार, 29 वर्षीय धर्मात्मा निषाद ने रविवार को महाराजगंज जिले के पनियरा थाना क्षेत्र के नरकटहा गांव में अपने घर पर कथित तौर पर आत्महत्या कर ली। मृतक ने हाल ही में निषाद पार्टी के प्रमुख और उत्तर प्रदेश के मंत्री संजय निषाद पर गंभीर आरोप लगाए थे। धर्मात्मा निषाद ने रविवार सुबह सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘फेसबुक’ पर एक लंबी पोस्ट में लिखा, “मैं अपनी जिंदगी की जंग हार गया। यह आखिरी संदेश है। आज मैंने बहुत सोच-विचार के बाद फैसला किया है कि यह दुनिया मेरे किसी काम की नहीं है। मैंने अपनी क्षमता के अनुसार जितना हो सका लोगों की मदद करने की कोशिश की और कई बार अपनी क्षमता से बढ़कर लोगों की मदद की, जिसके कारण मेरे हजारों राजनीतिक और सामाजिक दुश्मन बन गए।
इसके बाद भी मैं समाज के शोषित, वंचित और कमजोर लोगों के लिए आवाज उठाता रहा।” अपनी पोस्ट में धर्मात्मा ने लिखा, “अगर मैं इस दुनिया से जा रहा हूं तो इसकी सबसे बड़ी वजह डॉ. संजय कुमार निषाद और उनके बेटे प्रवीण कुमार निषाद और श्रवण कुमार निषाद और…देशद्रोही दोस्त जय प्रकाश निषाद हैं। मैं फिर कह रहा हूं कि अगर मैं मारना चाहता तो इन देशद्रोहियों को कभी भी मार सकता था, लेकिन मैं हत्यारा नहीं बनना चाहता था।” पुलिस ने बताया कि सोमवार को पनियरा थाने में नामजद आरोपी जय प्रकाश निषाद और तीन अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है।