India News(इंडिया न्यूज),Didiyan Ke Dewara: मशहूर गायक हनी सिंह और गायिका रागिनी विश्वकर्मा के हालिया भोजपुरी गाने ‘दिदिया के देवरा’ को लेकर विवाद लगातार तूल पकड़ता जा रहा है। अधिवक्ता कमलेश चंद्र त्रिपाठी ने इस गाने के खिलाफ वाराणसी पुलिस कमिश्नर को शिकायती पत्र देकर एफआईआर दर्ज करने की मांग की है। पुलिस कमिश्नर की अनुपस्थिति में एसीपी अतुल अंजान त्रिपाठी ने ज्ञापन स्वीकार किया।
शिकायतकर्ता अधिवक्ता कमलेश चंद्र त्रिपाठी का कहना है कि गाने की भाषा और भावनाएं भोजपुरी समाज की छवि को खराब कर रही हैं। उनके मुताबिक ऐसे गाने समाज पर नकारात्मक प्रभाव डालते हैं और भोजपुरी संस्कृति की गरिमा को ठेस पहुंचाते हैं। उन्होंने सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय से भी हस्तक्षेप की मांग की है।
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दिदिया के देवरा’ गाने को लेकर विवाद गहराया
अधिवक्ता का कहना है कि भोजपुरी गीत परंपरा और संस्कृति का प्रतीक रहे हैं, लेकिन हाल के वर्षों में कई गीतों में अश्लीलता और असभ्य भाषा का इस्तेमाल किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रशासन को इस मामले में सख्त कार्रवाई करनी चाहिए, ताकि भविष्य में ऐसे गाने न बनाए जाएं। गाना रिलीज होने के बाद से ही इस गाने को लेकर सोशल मीडिया पर मिलीजुली प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही हैं।
कुछ लोग इसे मनोरंजन का हिस्सा मान रहे हैं, जबकि भोजपुरी समाज के लोग इसकी आलोचना कर रहे हैं। कई संगठनों ने इस गाने पर प्रतिबंध लगाने की मांग भी की है
गाने पर कानूनी कार्रवाई की मांग
फिलहाल इस मामले में वाराणसी में पुलिस कमिश्नर से की गई शिकायत में यह भी कहा गया है कि अगर इस गाने पर जल्द ही रोक नहीं लगाई गई तो इस मुद्दे पर कोर्ट का दरवाजा खटखटाया जाएगा। अब पुलिस प्रशासन ने मामले की जांच शुरू कर दी है और संबंधित पक्षों से जवाब मांगा जा सकता है।
आपको यह भी बता दें कि भोजपुरी सिंगर हनी सिंह और रागिनी विश्वकर्मा का गाना ‘दिदिया के देवरा’ सोशल मीडिया पर तहलका मचा रहा है। रिलीज होते ही यह गाना ट्रेंडिंग में आ गया और इसे लाखों व्यूज मिल गए। जहां एक तरफ फैंस इस गाने को पसंद कर रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ इस पर विवाद भी गहराता जा रहा है। कुछ लोगों ने इसे भोजपुरी संस्कृति के खिलाफ बताते हुए विरोध करना शुरू कर दिया है।