India News(इंडिया न्यूज)Mahakumbh 2025: महाकुंभ में पांच पैरों वाले नंदी महाराज की खूब चर्चा हो रही है। पांच पैरों वाले नंदी बाबा यहां आकर्षण का केंद्र हैं। लोग इन नंदी बाबा को ढूंढ रहे हैं, उन्हें नमन कर रहे हैं और उनका आशीर्वाद ले रहे हैं। पांच पैरों वाले नंदी बाबा का अपना अलग महत्व है। महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ पांच पैरों वाले नंदी महाराज को देखकर हैरान हो रही है।

पांच पैरों वाले इस नंदी महाराज को सजाया गया है। उन्हें माला पहनाई गई है, तिलक लगाया गया है, कपड़े पहनाए गए हैं और लोग उनकी पूजा कर रहे हैं। उनके पैर पकड़कर आशीर्वाद ले रहे हैं। उन्हें उठाने वाले महाराज के हाथ में त्रिशूल, डमरू और कलश भी है। इन महाराज का नाम आल्हा है। वे काशी से आए हैं। आपको बता दें कि पांच पैरों वाले नंदी की उम्र करीब 2 साल है।

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कर्नाटक से लाए गए हैं नंदी बाबा

इस नंदी की खोज पर आल्हा ने कहा कि ऐसे नंदी को भगवान जहां भी बनाए, वहीं से ढूंढ़कर लाना पड़ता है। लाखों में एक ऐसा नंदी महाराज होता है। यह नंदी महाराज कर्नाटक से लाए गए हैं। उन्होंने कहा कि यह शंकर जी का वाहन है। इन्हें नादिया बाबा भी कहते हैं। काशी में इन्हें नंदी बाबा और देश में कुछ जगहों पर इन्हें बसहा बैल भी कहा जाता है।

आशीर्वाद लेने जुट रही भक्तों की भारी भीड़

इस नंदी महाराज की खासियत के बारे में आल्हा कहते हैं कि इनके कानों में जो भी कहो वो सुन लिया जाता है और वो मनोकामना पूरी होती है। यहां लोग नंदी बाबा के कानों में अपनी मनोकामना भी मांग रहे हैं और सभी को विश्वास है कि उनकी मनोकामना पूरी होगी। महाकुंभ में आने वाले लोग नंदी बाबा के कानों में अपनी मनोकामना मांग रहे हैं।

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